दिल्ली में 1000 घाटों पर छठ महापर्व का आयोजन होगा. मंगलवार को सीएम आतिशी ने छठ की शुभकामनाएं देते हुए पूर्वांचली भाई बहनों को दिल्ली का अभिन्न हिस्सा बताया. उन्होंने दावा किया कि 2014 तक दिल्ली में 60 घाट बनते थे. अब 1000 से अधिक घाटों पर छठ महापर्व का आयोजन होता है.सीएम आतिशी ने कहा कि सरकार के प्रयासों से छठ पूर्वांचलियों के साथ-साथ दिल्लीवालों का महापर्व बन गया है. उन्होंने कहा कि आज नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. छठ पूर्वांचली भाई-बहनों के लिए साल का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार होता है.मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दिल्ली में छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जाता है. पहले त्योहार मनाने पूर्वांचली भाई-बहनों को गांव जाना पड़ता था. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली पूर्वांचली भाई-बहनों का भी घर है. उन्होंने बताया कि महापर्व पर 7 नवंबर को संध्या अर्घ्य के दिन दिल्ली सरकार ने छुट्टी का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री आतिशी ने आगे कहा कि 2014 में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने से पहले मात्र 60 घाट बनाये जाते थे. अब दिल्ली सरकार की तरफ से 1000 छठ घाट बनाये जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री आतिशी ने दी छठ पूजा की बधाई
पीडब्ल्यूडी, बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग कृत्रिम घाट का निर्माण करता है. जल बोर्ड पानी की व्यवस्था करता है. स्वास्थ्य विभाग छठ घाटों पर डॉक्टर-नर्स समेत मेडिकल सुविधाओं का इंतजाम करता है.छठ घाटों पर राजस्व विभाग की तरफ से टेंट- लाइट- साउंड का की व्यवस्था की जाती है.मैथिली-भोजपुरी अकादमी की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी होते हैं. मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ महापर्व मनाने 1-2 किमी से दूर नहीं जाना पड़ेगा. खुशी है कि सरकार की कोशिशों से छठ का त्योहार पूर्वांचली भाइयों-बहनों के साथ दिल्ली का त्योहार बन गया है.