औरैया रुरुगंज कस्बे के पंचवटी मंदिर परिसर में भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ किया गया। यह यात्रा प्राचीन शिव मंदिर से आरंभ होकर ज्वालादेवी मंदिर होते हुए पंचवटी परिसर में सम्पन्न हुई। बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने पीत वस्त्र धारण कर सिर पर कलश रखकर इसमें भाग लिया। इस पावन अवसर पर पूरा वातावरण भक्ति और श्रद्धा से सराबोर हो गया।
कथा स्थल पर विधिवत हवन-पूजन के उपरांत कथा की शुरुआत की गई। कथा वाचक पंडित श्यामबिहारी दुबे ने भागवत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह कथा जीवन की दिशा और उद्देश्य को स्पष्ट करती है। उन्होंने कहा कि जहां भी यह कथा होती है, वहां की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। कथा तभी सार्थक होती है जब उसे जीवन में अपनाया जाए। इसके श्रवण से जन्म-जन्मांतर के दोष समाप्त होते हैं और जीव का लौकिक एवं आध्यात्मिक उत्थान होता है।
इस अवसर पर परीक्षित हिमांशु श्रीवास्तव, वंदना श्रीवास्तव, रोहन श्रीवास्तव, भूरे चौहान, आनंद कुमार, श्याम बाबू दीक्षित, शिवम तिवारी सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। आयोजन को सफल बनाने में समिति के सदस्यों और श्रद्धालुओं का योगदान सराहनीय रहा।

















