केरल में एक बार फिर निपाह वायरस का खतरा मंडराने लगा है। ताजा मामले में 18 वर्षीय एक युवती की मौत हो गई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। युवती की मौत के बाद संक्रमण की रोकथाम के लिए तत्काल कदम उठाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मृतका के संपर्क में आए कुल 383 लोगों की पहचान की गई है, जिन्हें निगरानी में रखा गया है। इन लोगों की मेडिकल जांच की जा रही है और इनमें से कुछ के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
सरकार ने कोझिकोड, मलप्पुरम और वायनाड जिलों को हाई रिस्क जोन घोषित किया है। इन इलाकों में स्कूल, कॉलेज और भीड़-भाड़ वाले आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। साथ ही स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और हेल्थ इमरजेंसी प्लान सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने जनता से घबराने के बजाय सतर्कता बरतने और स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। राज्य सरकार केंद्र से भी सहयोग ले रही है और विशेष मेडिकल टीमों को भेजा गया है।
इससे पहले भी केरल में निपाह वायरस के मामले सामने आ चुके हैं, और यह वायरस अत्यधिक जानलेवा माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को बंदर, चमगादड़ और संदिग्ध लक्षण वाले लोगों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।