मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना कस्बे में सुबह उस वक्त गमगीन माहौल हो गया, जब पीएसी में तैनात सिपाही गुलजार उस्मानी का पार्थिव शरीर लखनऊ से उनके आवास सठेडी रोड पहुंचा। जैसे ही तिरंगे में लिपटा शव उनके घर लाया गया, हजारों लोगों की आंखें नम हो गईं। पूरा इलाका मातम में डूब गया और हर शख्स इस असमय मौत से स्तब्ध नजर आया।पीएसी सिपाही गुलजार उस्मानी का 18 तारीख को लखनऊ में हार्ट अटैक से निधन हो गया था। निधन के तीसरे दिन उनका शव बुढ़ाना स्थित उनके आवास पहुंचा। यहां पीएसी के दरोगा अनुज कुमार और नौ कांस्टेबल साथियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी। पुलिस लाइन और पीएसी के जवानों की मौजूदगी में पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
पीएसी के साथियों ने बताया कि गुलजार अपनी ड्यूटी समाप्त करने के बाद कमरे में आराम करने चले गए थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। जब वह तय समय पर दोबारा ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो साथी वीरेंद्र उन्हें देखने कमरे में गए। वहां गुलजार अचेत अवस्था में मिले और उनके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार मौत का कारण हार्ट अटैक रहा।
गुलजार उस्मानी की निजी जिंदगी भी परिवार के लिए बेहद संवेदनशील मोड़ पर थी। लगभग दो वर्ष पूर्व उनका विवाह जनपद शामली के इस्सोपुर टील निवासी सितारा बेगम से हुआ था। उनकी 11 महीने की एक मासूम बेटी है, जो अभी पिता का साया ठीक से समझ भी नहीं पाई थी। गुलजार चार भाई-बहनों में से एक थे। उनके पिता शराफत अली बेटे की असमय मौत से बेसुध नजर आए।
गुलजार उस्मानी वर्ष 2019 में 49वीं पीएससी वाहिनी में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी ड्यूटी लखनऊ में मंत्री सचिव के गार्ड के रूप में चल रही थी। उनके अंतिम दर्शन के लिए बुढ़ाना और आसपास के क्षेत्रों से हजारों लोग पहुंचे। इस दौरान अभिलाषी जनसेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगी नसीरुद्दीन उस्मानी, बुढ़ाना कोतवाल सुभाष अत्री, चेयरमैन पुत्र अभिनव त्यागी, मास्टर याकूब, तौसीफ राही, पूर्व सभासद गुलशेर अहमद, नौशाद उस्मानी, जाकिर उस्मानी, टीटू त्यागी, आमिर प्रधान, सभासद नौशाद उस्मानी, बीरा चौधरी, पूर्व प्रधान सतपाल सहरावत, पूर्व बीडीसी मेंबर रियासत, शहजाद अहमद सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे। पूरे कस्बे ने नम आंखों से एक कर्तव्यनिष्ठ जवान को अंतिम विदाई दी।


















