राजस्थान के अलवर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जो समाज में महिलाओं के प्रति संवेदनहीनता और लिंग भेद की मानसिकता को उजागर करता है।यह घटना उस समय की है जब एक महिला ने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया। इसके बाद उसका पति न केवल नाराज़ हुआ, बल्कि क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए अपनी पत्नी और नवजात बच्चियों को घर से निकाल कर सड़क पर छोड़ गया। आरोपी अपने दो बेटों को अपने साथ ले गया और फरार हो गया।
यह मामला अलवर के सदर थाना क्षेत्र का है। पुलिस को सूचना मिली कि तूलेड़ा रोड पर एक महिला अपनी नवजात बेटियों के साथ बेसहारा हालत में पड़ी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस को महिला ने अपनी दुखद आपबीती सुनाई। पीड़िता की पहचान प्रिया के रूप में हुई, जिसकी शादी मई 2020 में मालाखेड़ा क्षेत्र के समय सिंह से हुई थी।
प्रिया ने पुलिस को बताया कि वह पहले से दो बेटों की मां है और हाल ही में उसने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया था। बेटियों के जन्म के बाद से ही घर में तनाव बढ़ने लगा। 22 अप्रैल को पति ने उसके साथ मारपीट की और नवजात बच्चियों को चारपाई से नीचे फेंक दिया।हालात और बिगड़ गए, जब समय सिंह ने उसे पीटने के बाद तूलेड़ा रोड पर छोड़ दिया और दोनों नवजात बेटियों को भी वहीं बेसहारा छोड़कर अपने बेटों के साथ चला गया। सड़क से गुजर रहे कुछ लोगों ने महिला की मदद की और उसके परिचितों को सूचित किया, जिन्होंने पुलिस को सूचना दी।
प्रिया का मायका अलवर के दिल्ली दरवाजा क्षेत्र में है, लेकिन माता-पिता के निधन के बाद अब केवल उसकी बुजुर्ग दादी ही उसके परिवार में बची हैं।पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। पीड़िता और उसकी बेटियों को न्याय दिलाने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है।राजस्थान सरकार का “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा ऐसी घटनाओं के सामने कलंकित होता नजर आता है। जब तक समाज में बेटियों के प्रति सोच नहीं बदलेगी और सख्त कानून लागू

















