अबू आजमी ने उद्धव ठाकरे और महा विकास अघाड़ी (MVA) के नेतृत्व पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बाबरी मस्जिद विध्वंस पर उद्धव ठाकरे के बयान को लेकर अबू आजमी ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे भूल गए हैं कि वह सिर्फ शिवसेना के नेता नहीं, बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं, और उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था। अबू आजमी के अनुसार, बाबरी मस्जिद का विध्वंस एक आपराधिक कृत्य था और महा विकास अघाड़ी सरकार में मुस्लिम नेताओं को इसका विरोध करना चाहिए था।
अबू आजमी ने महा विकास अघाड़ी पर सीट बंटवारे में देरी और रणनीतिक असहमति के कारण भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि MVA में सीटों के बंटवारे में विलंब करना पार्टी के लिए एक गंभीर गलती है। उनके मुताबिक, यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने की वजह से विपक्ष कमजोर हो सकता है और उन्हें भाजपा के खिलाफ सख्त तैयारी की जरूरत है।
अबू आजमी ने MVA के नेताओं पर यह भी आरोप लगाया कि उन्हें छोटी पार्टियों की आवश्यकता नहीं है, और उनके व्यवहार के कारण समाजवादी पार्टी (SP) जैसे दलों को दरकिनार किया जा रहा है। उनका कहना था कि कांग्रेस ने पिछले चुनावों में अपनी हार से कोई सबक नहीं लिया है और इसे सुधारने की जरूरत है।