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यति नरसिंहानंद के खिलाफ हो NSA, UAPA के तहत कार्रवाई…सासंद इकरा हसन की मांग

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले डासना मंदिर के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ देशभर में उबाल है. मुस्लिम समुदाय के लोग उनकी गिरफ्तारी मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद मेरठ समेत देश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इस बीच कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने नरसिंहानंद की टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

सांसद इकरा हसन ने नरसिंहानंद को नफरती और पाखंडी करार देते हुए उन पर रासुका और UAPA के तहत कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपना विरोध दर्ज कराया है. उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. उन्होंने कहा कि नबी की शान में यति नरसिंहानंद ने गुस्ताखी की है जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

इकरा हसन ने नरसिंहानंद को बताया पाखंडी

सपा सांसद ने कहा कि यति नरसिंहानंद जैसे ढोंगी पाखंडी लोगों ने एक बार फिर से अपनी जुबान से नफरत का जहर उगला है. उन्होंने नबी की शान में गुस्ताखी की है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हसन ने कहा कि नबी दुनिया में रहमत और शांति का पैगाम लेकर आए थे, उनकी शान में नरसिंहानंद अपनी गंदी जुबान में अपमान कर रहा है, जो कि हर अमन पसंद हिंदुस्तानी फिर चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान हर एक के लिए ये न काबिले बर्दाश्त है.

‘हेट स्पीट, UAPA, NSA के तहत हो कार्रवाई’

इसके आगे उन्होंने कहा कि नरसिंहानंद हर बार अपनी जुबान से नफरत का बीज बोकर कानून से बच जाता है, क्योंकि राज्य सरकारें ईमानदारी के साथ अपना फर्ज नहीं निभा रहीं. इकरा हसन ने कहा कि वो केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से ये कहना चाहती हैं कि अब उनका ये ढुलमुल रवैया नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि यति नरसिंहानंद और इन जैसे नफरती पाखंडियों के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई न की जाए, बल्कि हेट स्पीट, UAPA, NSA की गंभीर धाराओं के तहत इनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि ये एक नजीर बन सके और दोबारा से कोई इस तरह की जुर्रत न कर सके.

‘हम चुप नहीं बैठेंगे’

सांसद इकरा हसन ने साफ कहा कि अगर यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो वो संसद और सुप्रीम कोर्ट में हर मुमकिन कार्रवाई करेंगे और अपना विरोध दर्ज करेंगे, उन्होंने कहा कि संविधान ने जो हमें सिर उठाकर जीने का अधिकार दिया है, उसे हम लेकर रहेंगे और हरगिज चुप नहीं बैठेंगे.

असदुद्दीन ओवैसी ने भी की कार्रवाई की मांग

इससे पहले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर करते हुए यति नरसिंहानंद सरस्वती की गिरफ्तारी की मांग की थी. बीते शनिवार को उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए यति नरसिंहानंद के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. ओवैसी ने कहा कि ऐसी घटनाओं से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा.

एक कार्यक्रम में यति नरसिंहानंद ने की थी टिप्पणी

अब आपको बताते हैं कि आखिर यति नरसिंहानंद ने ऐसा क्या कहा था जिस पर बवाल मचा हुआ है. दरअसल यति नरसिंहानंद ने गाजियाबाद के लोहियानगर में बीते 29 सितंबर को आयोजित एक कार्यक्रम में एक धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों में नाराजगी है. नरसिंहानंद ने दशहरा पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का पुतला नहीं जलाए जाने की बात कहते हुए पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी.

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