मुजफ्फरनगर लघु उद्योग भारती लक्ष्मीनगर की जिला इकाई ने मंडल महासचिव राजेश जैन के नेतृत्व में हरियाणा के समालखा में आयोजित लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में भागीदारी दर्ज की। यह महत्वपूर्ण अधिवेशन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र, पट्टी कल्याण, समालखा, जिला पानीपत (हरियाणा) में संपन्न हुआ। अधिवेशन में देशभर से उद्यमियों, संगठन के पदाधिकारियों और समाजसेवियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह–सर कार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। अपने संबोधन में डॉ. कृष्ण गोपाल ने उद्यमियों को संदेश दिया कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योग तभी प्रगति करेंगे जब तक सरकार की योजनाओं का पूरा ज्ञान उद्यमियों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि यदि उद्योगपतियों को योजनाओं की सही जानकारी और उनका लाभ समय पर मिले तो उद्योगी वर्ग सशक्त बनकर देश की अर्थव्यवस्था में और अधिक योगदान दे सकेगा। उनका यह संदेश उपस्थित उद्यमियों के लिए प्रेरणादायी और मार्गदर्शक साबित हुआ।अधिवेशन के दौरान संगठनात्मक चुनाव भी संपन्न हुए। इसमें नोएडा के मधुसूदन दादू को लघु उद्योग भारती का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। वहीं दिल्ली से ओमप्रकाश गुप्ता पुनः राष्ट्रीय महामंत्री निर्वाचित हुए। इन चुनावों के परिणामों ने संगठन में नई ऊर्जा का संचार किया और भविष्य की दिशा तय करने का अवसर प्रदान किया।मुजफ्फरनगर इकाई से इस अधिवेशन में बड़ी संख्या में पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। इनमें मेरठ संभाग महासचिव अनुपम गुप्ता, मंडल अध्यक्ष अंकित गोयल, मंडल महासचिव राजेश जैन, लघु उद्योग भारती जिला अध्यक्ष जगमोहन गोयल, जिला सचिव हर्ष वर्धन, कोषाध्यक्ष राहुल बंसल, जिला संयोजक देवराज, मीडिया प्रभारी कार्तिक अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य श्रीत अग्रवाल, अमित गुप्ता और निशांत शामिल रहे। इनके साथ–साथ अनेक बंधु भी अधिवेशन में पहुंचे और राष्ट्रीय स्तर की गतिविधियों में सहभागिता की।यह अधिवेशन न केवल संगठन की मजबूती का प्रतीक रहा बल्कि लघु उद्योगों की संभावनाओं और चुनौतियों पर भी विचार विमर्श का मंच बना। मुजफ्फरनगर इकाई की सक्रिय उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय मंच तक लघु उद्योग भारती लगातार उद्योग जगत की समस्याओं के समाधान और विकास की दिशा में अग्रसर है।कुल मिलाकर यह अधिवेशन संगठनात्मक एकता, उद्यमियों के उत्थान और लघु उद्योगों की मजबूती के लिए एक अहम कदम साबित हुआ।
