अलवर जिले के समीप कोटपूतली क्षेत्र के किरतपुरा की ढाणी बडियाली में खुले बोरवेल में फंसी 3 साल की मासूम बच्ची चेतना को बचाने के लिए प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम ने लगातार 10 दिनों तक प्रयास किया। पत्थर और चट्टानों के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन लंबा और जटिल हो गया, जिससे समय पर बच्ची को बाहर निकालना संभव नहीं हो सका।
बुधवार शाम करीब 4 बजे एनडीआरएफ के जवान महावीर सिंह ने बोरवेल के अंदर जाकर चेतना को बाहर निकाला। शाम 6:25 बजे चेतना को अचेत अवस्था में बाहर लाया गया और तुरंत एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद पुष्टि की कि बच्ची अब इस दुनिया में नहीं रही। लंबे प्रयासों के बावजूद प्रशासन चेतना को बचाने में विफल रहा, जिससे परिवार और स्थानीय लोगों में गहरा शोक है।