दिल्ली विधानसभा चुनाव में अवैध मतदाताओं के नाम काटने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है. दिल्ली विधानसभा चुनाव की तरह महाराष्ट्र निकाय चुनाव में भी वोटर लिस्ट से कथित तौर पर रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों के नाम काटने का मामला तूल पकड़ रहा है.बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मांग की है कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के नाम वोटर लिस्ट से काटे जाए. इस पर शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने तंज कसते हुए कहा कि मुसलमानों के वोटिंग अधिकार ही खत्म कर दें. दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में कई मतदाताओं के नाम काटने का मामला चर्चा में है.
दिल्ली के बाद महाराष्ट्र में उठी ये मांग
बीजेपी कह रही है कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों के वोटर लिस्ट से नाम काटने पर आम आदमी पार्टी को तकलीफ हो रही है. वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का कहना है कि जिनका नाम राम सिंह, रामजी और छोटेलाल वर्मा है. उनको रोहिंग्या और बांग्लादेशी कहा जा रहा है. बीजेपी पूर्वांचलियों को बांग्लादेशी समझती है. ऐसे में अब महाराष्ट्र में भी वोटर लिस्ट की जांच और बांग्लादेशी और रोहिंग्या के नाम लिस्ट से निकालने की मांग बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने की है. किरीट सोमैया का कहना है कि विधानसभा चुनाव में फर्जी मतदाता सामने आए थे, ऐसे में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या के नाम लिस्ट से हटने चाहिए.देवेंद्र फडणवीस की सरकार अवैध नागरिकों की पहचान कर कार्रवाई जरूर करेगी. गौरतलब है कि हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या पर नकेल कसने की बात कही थी.
पिछले कुछ दिनों में हुई अवैध बांग्लादेशी नागरिकों पर कार्रवाई
मुंबई से सटे ठाणे जिले से 23 दिसंबर को छापेमारी के दौरान तीन बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया. जबकि, मुंबई से सटे ठाणे जिले के भिवंडी इलाके से नारपोली पुलिस ने सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें चार महिलाएं और सात पुरुष शामिल थे. उल्हासनगर क्राइम ब्रांच की टीम ने एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया, जो पिछले छह महीने से वहां रह रही थी.उल्हासनगर में पिछले एक महीने में कुल मिलाकर सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. मुंबई पुलिस जोन 7 की बात की जाए तो बीते दिसंबर में कुल 24 बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. यह कार्रवाई जोन के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में की गई है.
पिछले साल अवैध रूप से मुंबई में रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ कुल 195 मामले दर्ज किए गए थे. इन मामलों में कुल 278 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं 50 के करीब अवैध बांग्लादेशी नागरिक हैं, जिन्हें इस देश की कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उन्हें उनके देश डिपोर्ट कर दिया गया है. पिछले तीन सप्ताह में 50 बांग्लादेशी नागरिकों को मुंबई के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया है.साल 2024 में नवी मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए विदेशी और बांग्लादेशी नागरिकों का आंकड़ा 653 है, जिनमें से 47 पुरुष बांग्लादेशी और 52 महिलाएं हैं. साथ ही 14 को अभी तक डिपोर्ट किया जा चुका है.