संभल के नखासा क्षेत्र में 22 दिन पहले ग्रामीण बैंक में हुई चोरी का पुलिस ने सोमवार को खुलासा करते हुए दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से तीन लाख 31 हजार की रकम और एक बाइक भी बरामद हुई है।बकौल पुलिस तीनों ने कर्ज चुकाने और मकान बनवाने के लिए चोरी की योजना बनाई और इसके लिए उन्होंने यूट्यूब से टिप्स सीखे। आरोपियों की पहचान मनप्रीत और उसका भाई हर्ष चौधरी निवासी अलीपुरा कुई थाना कांठ मुरादाबाद और प्रखर चौहान निवासी सिकंदरपुर थाना अमरोहा देहात के रूप में हुई है।
सोमवार को एसपी कुलदीप सिंह गुनावत ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि नखासा थाना क्षेत्र के देहपा गांव की प्रथमा सर्व यूपी ग्रामीण बैंक में सात अप्रैल की रात खिड़की काटकर चोर बैंक में घुसे थे। चोरों ने बाथरूम में पहुंचकर दीवार काटी और स्ट्रांग रूम में पहुंचकर चार लाख सात हजार चोरी किए थे। रविवार रात पुलिस ने रिठाली बाईपास पर बंद पड़े भट्ठे के पास से खग्गूपुरा बैंक में चोरी की योजना बनाते समय दबोच लिया।
पंद्रह दिन पहले बैंक में आकर की थी रेकी
नखासा थाना इलाके के देहपा बैंक में सात अप्रैल की रात को तीन चोरों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने पकड़े गए चोरों से पूछताछ की, तो मनप्रीत और हर्ष चौधरी ने पुलिस को बताया कि उनके ऊपर डेढ़ लाख रुपए कर्ज हो गया था। उसे चुकाना था, क्योंकि तकादे हो रहे थे। मकान भी बनवाना था। उन्होंने अखबार में बिजनौर के स्योहारा में बैंक में हुई चोरी की खबर पढ़ी, उसके बाद यूट्यूब से बैंक में चोरी करने के टिप्स सीखे। पकड़े गए चोरों के पास से बैंक से चोरी की गई रकम में से 3,31,408 रुपए, दो तमंचा, कारतूस, चाकू, दो मोबाइल, बाइक और अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने पकड़े गए सभी आरोपियों का चालान कर दिया।
आरोपी हर्ष ने वारदात से करीब 15 दिन पहले बैंक में आकर रेकी की थी। रेकी करने के बाद तीनों ने मिलकर प्लान बनाया। प्रखर चौहान की बाइक से तीनों लोग सात अप्रैल की रात करीब नौ बजे अमरोहा कांठ अड्डे के पास से चलकर मनोटा ऐचोडा होते हुए बैंक के पास पहुंचे। हसनपुर रोड से पहले डहर के किनारे बाइक खड़ी कर दी और वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके घर से नगदी बरामद की है। पकड़े गए तीनों आरोपियों में से केवल हर्ष चौधरी के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज है। एसपी कुलदीप सिंह ने खुलासा करने वाले थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह और उनकी टीम को दस हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
बाइक के पंक्चर व मोबाइल खुलते ही आरोपियों तक पहुंच गई पुलिस घटना के खुलासे में पुलिस को सीसीटीवी से जितनी मदद मिली, उससे कहीं ज्यादा चोरों की बाइक पंक्चर से मिली। तीनों चोर जब रात में चोरी कर बाइक से भाग रहे थे। तो मनोटा के पास उनकी बाइक पंक्चर हो गई। बैंक से निकलते ही तीनों ने अपने मोबाइल नंबर बंद कर दिए थे। उन्होंने पंक्चर की दुकान पर खड़े होकर दुकानदार को फोन करने के लिए मोबाइल खोला। पुलिस ने बताया कि उन्होंने दुकानदार को धमकाकर रात में बाइक का पंक्चर व पुराना टायर भी डलवाया। मोबाइल खुलते ही उनकी लोकेश ट्रेस हो गई।
दो घंटे बैंक में रहे चोर
तीन लोग बैंक में चोरी करने के लिए रेकी की। वह सात अप्रैल को करीब 11 बजे बैंक के अंदर पीछे के रास्ते से अंदर गए और 1.13 बजे तक वह बैंक से बाहर निकले। इस बीच पिकेट पुलिसकर्मी बैंक पहुंचकर बैंक के बाहर खड़े होकर सेल्फी लेकर वापस लौट गए थे और चोर इस दौरान अपने काम को अंजाम देते रहे थे।