औरैया के आर्य नगर स्थित गोपाल वाटिका में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन अंतर्राष्ट्रीय कथाकार आचार्य सरल जी महाराज ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं, माखन चोरी और गोवर्धन पूजा के प्रसंगों का जीवंत वर्णन किया। कथा में बताया गया कि भगवान कृष्ण ने बृजवासियों को मूसलाधार बारिश से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाओं को सुखपूर्वक आश्रय दिया। गोवर्धन पूजा और अन्नकूट उत्सव की परंपरा की शुरुआत का उल्लेख भी किया गया।
माखन चोरी की कथा सुनाते हुए उन्होंने बताया कि बाल कृष्ण अपनी मित्र मंडली के साथ योजना बनाकर गोपियों के घर माखन चोरी करते थे। चोरी के बाद द्वार पर बैठकर माखन खाने में आनंद लेने की उनकी नटखट लीलाओं ने भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। कथा में भगवान के बाल रूप और उनकी लीलाओं का मनोहारी चित्रण सुनने के लिए भक्तों में भारी उत्साह दिखाई दिया।इस अवसर पर मुख्य रूप से परीक्षित मीना चतुर्वेदी, आदित्य चतुर्वेदी, आनंद चतुर्वेदी, किशन चंद्र सावरन, सुदीप चतुर्वेदी, गिरीश कुमार चतुर्वेदी, संदीप चतुर्वेदी, लाला शर्मा, श्याम तिवारी, प्रदीप चतुर्वेदी, लोकेश चतुर्वेदी, पंकज मिश्रा, शिवम् शर्मा, अमर सिंह राठौर, अंशुल चतुर्वेदी, राम जी मिश्रा, अवनीश तिवारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।