नई दिल्ली। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन गया है। दस साल पहले भारत लगभग 80 लाख सीटों के साथ पांचवें स्थान पर था। चौथे स्थान पर इंडोनेशिया और तीसरे स्थान पर ब्राजील था।अमेरिका और चीन क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर थे।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार
ओएजी डाटा के अनुसार, भारत अप्रैल 2024 में 1.56 करोड़ सीटों की एयरलाइन क्षमता के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। पांच घरेलू बाजारों में भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार है। 2014 से 2024 के बीच सीटों की क्षमता वृद्धि की बात करें, तो 6.9 प्रतिशत के साथ भारत सबसे आगे रहा।वित्त मंत्री के साथ दो घंटे की बैठक के बाद मार्गन स्टेनली इंडिया के एमडी और क्षेत्रीय प्रमुख (कंट्री हेड) अरुण कोहली ने कहा कि कर नीतियों को स्थिर और दीर्घकालिक बनाए जाने की जरूरत है। मुथूट ग्रुप के प्रबंध निदेशक जार्ज अलेक्जेंडर मुथूट के अनुसार कुछ कंपनियों ने बाजार को व्यापक बनाने और कुछ कर प्रोत्साहन दिए जाने की वकालत की।
जीएसटी को लेकर स्पष्टता की मांग
एफआइडीसी के निदेशक रमन अग्रवाल ने कहा कि हमने सुझाव दिया है कि चूंकि एनबीएफसी ऋण में वृद्धि हुई इसलिए एनबीएफसी के पुनर्वित्त के लिए सिडबी और नाबार्ड से धन का आवंटन बढ़ाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) ने सामूहिक रूप से दिए जाने वाले कर्ज और सेवा शुल्क पर जीएसटी को लेकर स्पष्टता की मांग की है।