मुजफ्फरनगर: श्रम विभाग द्वारा बाल श्रम निषेध सप्ताह के अंतर्गत जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। यह रैली श्रम आयुक्त कानपुर के आदेशानुसार एवं माननीय जिलाधिकारी श्री उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में सहायक श्रम आयुक्त देवेश सिंह के निर्देशन में आयोजित हुई।
रैली का आयोजन जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन संस्था ग्रामीण समाज विकास केंद्र द्वारा 82 एनसीसी बटालियन के कैडेट्स के साथ मिलकर किया गया। रैली को बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती रीना पवार एवं सहायक श्रम आयुक्त श्री देवेश सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली शहर के प्रमुख मार्गों – प्रकाश चौक, शिव चौक, मीनाक्षी चौक, आर्य समाज रोड होते हुए महावीर चौक से होते हुए राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में संपन्न हुई।
सहायक श्रम आयुक्त देवेश सिंह ने रैली के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “मुजफ्फरनगर को बाल श्रम मुक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का पहला अधिकार शिक्षा है। यदि कोई सेवायोजक बाल श्रमिक का उपयोग करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष रीना पवार ने कहा कि बाल श्रम में लिप्त बच्चों के संरक्षण एवं पुनर्वास हेतु विभाग द्वारा उनके माता-पिता की काउंसलिंग कराकर उचित प्रबंध किए जाते हैं।
जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन संस्था ग्रामीण समाज विकास केंद्र के प्रोजेक्ट मैनेजर गजेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी संस्था पिछले दो वर्षों से जनपद में बाल श्रम एवं अन्य सामाजिक मुद्दों पर कार्य कर रही है। संस्था बच्चों की शिक्षा और जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विभागों के साथ समन्वय बनाकर कार्य कर रही है।
रैली को सफल बनाने में श्रम परिवर्तन अधिकारी श्री बालेश्वर, विंध्याचल शुक्ला, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से पैरालीगल वालंटियर श्री धनीराम, गौरव मालिक, संस्था से अमित, जोमन राय, राहुल, संदीप सहित श्रम विभाग का पूरा स्टाफ उपस्थित रहा।
यह रैली न केवल बाल श्रम के खिलाफ आवाज बनी, बल्कि शहर के नागरिकों को बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक करने में भी सफल रही।