बछरावां (रायबरेली)। लखनऊ-रायबरेली रेल मार्ग पर बछरावां रेलवे स्टेशन को संवारने का काम चल रहा है। करीब 4.50 करोड़ रुपये से होने वाले कार्यों से स्टेशन का सौंदर्याकरण कराया जा रहा है, जिससे स्टेशन का कायाकल्प हो सके।एक साल के भीतर काम पूरा कर लिया जाएगा, जिससे स्टेशन की सूरत बदली हुई नजर आएगी। यात्रियों के लिए सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं, जिससे यात्रियों की संख्या में भी इजाफा होगा।सौंदर्यीकरण के तहत बछरावां रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक एवं दो पर यात्रियों के बैठने के लिए बेंच, छाया के लिए टिन शेड, स्टेशन परिसर में महिला एवं पुरुष शौचालय की सुविधा मिलेगी। कैंटीन भी बनेगी, जिससे यात्रियों को खाने-पीने की वस्तुएं मिल सकें। यात्री प्रतीक्षालय बनने से यात्रियों को आराम करने की सुविधा मिलेगी।
स्वच्छ पेयजल के लिए पानी टंकी का निर्माण, जर्जर आवासों की मरम्मत, पार्किंग की व्यवस्था बेहतर बनाने का काम चल रहा है। करीब 4.50 करोड़ रुपये से होने वाले कार्यों की शुरुआत अक्तूबर में हुई थी। इन छह महीनों में लगभग 50 फीसदी काम कराए जा चुके हैं। एक साल में काम पूरा होते ही स्टेशन की सूरत बदली नजर आएगी।
वरिष्ठ खंड अभियंता अरुण कुमार ने 4.50 करोड़ रुपये से स्टेशन का सौंदर्यीकरण कराने के साथ ही यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। छह महीने में 50 फीसदी काम हो चुके हैं। एक वर्ष में काम पूरा कर लिया जाएगा।
जर्जर पुराना भवन ढहेगा
बछरावां रेलवे स्टेशन का मुख्य भवन काफी पुराना होने की वजह से जर्जर हो चुका है, जिसके स्थान पर नया भवन बना है। स्टेशन को नए भवन में शिफ्ट करा दिया गया है। नए भवन में ही बुकिंग एवं आरक्षण काउंटर संचालित होने लगे हैं। अब पुराने जर्जर भवन को ढहाने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। एक पखवारे के भीतर पुराना भवन ढहा दिया जाएगा, ताकि स्टेशन परिसर को विकसित करने का काम तेज हो सके।
रोजाना रुकती हैं 20 ट्रेनें
बछरावां रेलवे स्टेशन पर रोजाना 20 ट्रेनें रुकती हैं, जिनसे सफर करने वाले यात्रियों की संख्या औसतन पांच हजार प्रतिदिन है। क्षेत्रवासी दिल्ली, पंजाब, बंगाल, उत्तराखंड, मेरठ समेत कई बड़े शहरों की यात्रा करते हैं। आसपास के शहरों में रोजाना सफर करने वाले दैनिक यात्रियों की संख्या भी अधिक है। स्टेशन पर सुविधाएं बढ़ने से यात्रियों की संख्या में भी इजाफा होगा। ट्रेनों से सफर करने वाले क्षेत्रीय यात्री सुरेश, मनोज, अभिषेक, राम सुमिरन ने कहा कि रेलवे स्टेशन को विकसित किया जाना और सुविधाएं बढ़ाया जाना बहुत जरूरी हो गया है। रेल लाइन दोहरीकरण होने से ट्रेनों की लेटलतीफी कम हुई है तो यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है। अब सुविधाएं बढ़ने से यात्रियों की संख्या में और इजाफा होगा।