अलवर उदयनाथ धाम, जोधावास (अलवर) में आगामी 4 से 10 दिसंबर तक आयोजित होने वाले 51 दिवसीय महायज्ञ की तैयारी शुरू हो गई है। इस धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत भूमि पूजन और धर्म ध्वजा की स्थापना से हुई, जिसे फूलनाथ महाराज के सानिध्य में विधिपूर्वक सम्पन्न किया गया। यज्ञ स्थल पर विशेष रूप से यज्ञ आचार्य और विद्वान पंडितों ने मंत्रोच्चारण करते हुए भूमि पूजन किया, जो यज्ञ के पवित्र और सफल आयोजन के लिए अनिवार्य है।
इस महायज्ञ के दौरान यज्ञ स्थल पर पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया जाएगा। आयोजकों ने घोषणा की है कि इस आयोजन में सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा, ताकि पर्यावरण पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। इसके अतिरिक्त, आगंतुकों के रहने और सोने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि वे किसी प्रकार की असुविधा से बच सकें और यज्ञ का अनुभव शांति और श्रद्धा के साथ कर सकें।
भूमि पूजन के अवसर पर आसपास के कई गांवों के श्रद्धालु भी उपस्थित हुए। इनमें मैजोड़, जोधावास, गुढ़ा, चुरानी, मुंडियावास, थानागाजी, ढिगारिया, नाथूसर, हरनेर, धैतल, भोपाला, किशोरी, बामनवास, दुहार चौगान, भूड़ियावास, घाटा, बांदरोल, सालेटा जैसे स्थानों के लोग शामिल थे। इन सभी ने यज्ञ के सफल आयोजन की कामना की और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया।
भूमि पूजन के समय कई प्रमुख व्यक्तियों और स्थानीय नेताओं की उपस्थिति भी रही, जैसे रमेश, ओमप्रकाश, महेंद्र, कालूराम, रामकिशन, रामावतार, संतोष कुमार, पुरुषोत्तम, आर्यन, रामफूल, बजरंग, नितिन, सौरव, सियाराम, सुनील, बोधनलाल, लक्ष्य शर्मा और अन्य श्रद्धालु जो इस महत्वपूर्ण आयोजन के हिस्से बने।
इस महायज्ञ के आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाना है, बल्कि यह समाज में सद्भाव, एकता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक सशक्त माध्यम होगा।