गाजा युद्ध के बीच एक ओर इजराइल और हमास के बीच सीजफायर को लेकर बातचीत चल रही थी, वहीं दूसरी ओर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अचानक पीएम दफ्तर से गायब हो गए. जब यह खबर बाहर आई कि नेतन्याहू को अस्पताल में भर्ती किया गया है, तो एकबारगी देश और मीडिया में हलचल मच गई.कहा गया है कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू शुक्रवार को एक नियमित मेडिकल जांच के लिए अस्पताल में भर्ती होंगे. लेकिन हकीकत इससे कुछ आगे की है. इस जांच के दौरान नेतन्याहू को बेहोश (सेडेट) किया जाएगा.
बैकअप पीएम भी तैनात
यही वजह है कि अस्थायी तौर पर देश की सत्ता किसी और को सौंपी गई है. नेतन्याहू की गैरमौजूदगी में जस्टिस मिनिस्टर और उप-प्रधानमंत्री यारिव लेविन को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया है. यानी जब तक नेतन्याहू ऑपरेशन थियेटर में रहेंगे, तब तक देश का शीर्ष नेतृत्व उनके हाथ में रहेगा. इस दौरान डिफेंस मिनिस्टर इजराइल कात्ज को सुरक्षा मामलों की जिम्मेदारी दी गई है. वो नेतन्याहू की गैरमौजूदगी में सिक्योरिटी कैबिनेट की अगुवाई करेंगे.
यह कोई पहली बार नहीं है जब नेतन्याहू को बेहोश करके टेस्ट या सर्जरी की गई हो. दिसंबर 2023 में बेंजामिन नेतन्याहू की प्रोस्टेट की सर्जरी हुई थी. वहीं मार्च 2024 में हर्निया की सर्जरी के लिए उन्हें पूरी तरह बेहोश किया गया था. इसी महीने यानी मई में ही नेतन्याहू को तेज फ्लू हो गया था जिसके चलते उन्होंने कुछ दिन का काम भी मिस किया. पेसमेकर और हार्ट की दिक्कत भी रह चुकी है.
हेल्थ रिपोर्ट्स को लेकर सवाल
2023 में नेतन्याहू को पेसमेकर लगाया गया था. इससे पहले उन्हें डिहाइड्रेशन के कारण अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन बाद में डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें दिल से जुड़ी समस्या पहले से थी जिसे हार्ट कंडक्शन प्रॉब्लम कहा जाता है. हालांकि नियमों के मुताबिक प्रधानमंत्री को हर साल मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करनी होती है, लेकिन नेतन्याहू ने 2016 से 2023 तक कोई रिपोर्ट जारी नहीं की. जनवरी 2023 में जो रिपोर्ट आई, उसमें कहा गया कि वो पूरी तरह स्वस्थ हैं, लेकिन 2024 में अब तक कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है.