मुज़फ्फरनगर। जनपद पुलिस ने नशे के कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अंतरराज्यीय स्मैक तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 275 ग्राम स्मैक बरामद की गई है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग पौने एक करोड़ रुपए आंकी गई है। यह कार्रवाई थाना मंसूरपुर पुलिस ने सोमवार को दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर चेकिंग के दौरान की। पुलिस टीम ने संदिग्ध वाहनों की जांच करते समय दो व्यक्तियों को रोका। तलाशी में उनके पास से भारी मात्रा में स्मैक बरामद हुई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आरिफ और मुकीम के रूप में हुई है, जो जनपद शामली में स्मैक की डिलीवरी देने जा रहे थे। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने जानकारी दी कि दोनों आरोपी शाहपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं और बरेली से स्मैक लेकर शामली में बेचने जा रहे थे। पूछताछ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वे दिल्ली, मुंबई, पंजाब और चंडीगढ़ तक स्मैक की तस्करी कर चुके हैं और इस अवैध धंधे से बड़ा मुनाफा कमा रहे थे। पुलिस की इस कार्रवाई में मंसूरपुर थानाध्यक्ष, सीओ खतौली और अन्य पुलिस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/21 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी आरिफ पर पहले से पांच आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या, मारपीट, एनडीपीएस और अवैध शराब से जुड़े मामले शामिल हैं। वहीं, मुकीम के खिलाफ चार आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उनका आपराधिक इतिहास बताता है कि वे लंबे समय से संगठित नशा तस्करी में सक्रिय हैं। एसएसपी वर्मा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। इस मामले में दोनों आरोपियों के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की जांच की जा रही है। इसके लिए तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं, जो तस्करों के नेटवर्क को खंगालने का काम कर रही हैं। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि स्मैक की सप्लाई किन-किन जगहों पर होती थी और इस चेन में कितने लोग शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों का मानना है कि आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। जनपद पुलिस की इस सफलता को नशे के अवैध कारोबार पर लगाम कसने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नशा तस्करी न केवल समाज को खोखला कर रही है बल्कि युवाओं को अपराध की राह पर धकेल रही है, इसलिए इस पर सख्त कार्रवाई आवश्यक है। पुलिस की यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी, ताकि जिले को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके।

















