देवरिया में पुलिस ने एक फर्जी महिला दरोगा रजनी दुबे को वर्दी में घूमते हुए गिरफ्तार किया है. महिला पुलिस की वर्दी पहनकर दो दिन पहले छठ पर्व पर लखनऊ से ट्रेन से चलकर भाटपार रानी स्टेशन पहुंची थी. स्टेशन पर उतरने के बाद वह अपने पति-बच्चों के साथ बाइक से अपने घर निसनिया पकौली जा रही थी. इस दौरान खामपार के एसओ महेंद्र चतुर्वेदी की नजर महिला पर पड़ी.एसओ को संदेह हुआ जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने महिला से पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान फर्जी महिला दरोगा डर गई. महिला पुलिस फर्जी महिला दरोगा को थाने लेकर आई और पूछताछ की गई. पूछताछ में पता चला है कि महिला फर्जी दरोगा है और वह वर्दी उसने दुकान से खरीदी है. वर्दी पहन कर लखनऊ से ट्रेन से अपने गांव खामपार क्षेत्र के निशानियां पकौली को जा रही थी. पुलिस ने इस मामले को लेकर महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच पड़ताल की जा रही है.
पूरा मामला खामपार थाना क्षेत्र का है जहां पुलिस ने एक फर्जी महिला दरोगा को पुलिस की वर्दी में गिरफ्तार किया है. फर्जी महिला दरोगा का नाम रजनी दुबे है. वह खामपार क्षेत्र के निसनिया पैकौली की रहने वाली है. वह लखनऊ में रहकर अपने बच्चों को पढ़ाती है. दो दिन पहले छठ पर्व था उसी में शामिल होने के लिए वह लखनऊ से पुलिस की वर्दी पहनकर ट्रेन से भाटपाररानी स्टेशन पहुंची थी. अपने पति के साथ वह बाइक से गांव जा रही थी. पुलिस ने फर्जी महिला दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. उसको पुलिस ने मुचलका के आधार पर खामपार थाने से फर्जी महिला दरोगा रजनी दुबे को छोड़ दिया है.फर्जी महिला दरोगा रजनी दुबे लखनऊ में अपने बच्चों के साथ रहती है और छठ महापर्व होने की वजह से वह घर आई थी. इस मामले को लेकर थाना अध्यक्ष महेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि यह छठ पर्व के दिन का ही मामला है. पुलिस की वर्दी में फर्जी महिला दरोगा घूम रही थी. पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो रजनी दुबे फर्जी दरोगा निकली. इस मामले को लेकर महिला के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया है और जांच पड़ताल की जा रही है.