बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो सुप्रीमो मायावती आज सहारनपुर पहुंच गई हैं। उनकी चुनावी जनसभा नागल क्षेत्र में आयोजित की गई है। सुबह से ही रैलीस्थल पर भारी भीड़ जमा है। यहां से सपा सुप्रीमो नतदाताओं को सार्थगी।वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री के सहारनपुर आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। रैली स्थल पर लोर्गा का आना शुरू हो गया है। लोग बसपा के झंडे लेकर रैली स्थल पर पहुंच रहे हैं।
सहारनपुर के नागल क्षेत्र के गांव खटौली की जनसभा में बसपा सुप्रीगो गायावती दोपहर एक बजकर 22 गिनः पर गंच पर पहुंर्ची। सबसे पहले उन्होंने मंच पर बाबा साहेब डा भीम राव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद हाथ हिला कर जनसमूह का अभिवादन किया।
उन्होंने मंच से भाजपा पर जमकर हमला बोला। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी कांग्रेस, भाजपा या किसी भी विरोधी पार्टी के साथ गठबंधन में नहीं है बल्कि अकेले ही अपने बलबूते पर पुरी तैयारी से चुनाव लड़ रही है। उन्होंने टिकट बंटवारे में सर्व समाज के लोगों को भागेदारी दी है। जिन्हे जिताने के लिए पाटी के लोग जी जान से लगे हैं। यहां भीड़ देख कर उन्हें भरोसा हो गया है कि पिछली बार की तरह ही वे पार्टी को जिताने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ज्यादातर सरकारें कांग्रेस पार्टी की रही है। दलित आदिवासी पिछडा वर्ग विरोधी नीतियों के चलते इस पार्टी को केंद्र और राज्यों से बाहर होना पड़ा। यही स्थिति इनकी सहयोगी पार्टियों की बनी रही है। अब पिछले दस सालों में बीजेपी और इनके सहयोगी दल केंद्र तथा अधिकांश राज्यों में सत्ता में आए। अब बीजेपी की भी जातिवादी, पूंजिवादी नीतियों तथा इनकी कथनी और करनी में भी काफी अंतर होने से इस बार यह लगता है कि यह पार्टी भी इस बार केंद्र की सत्ता में वापिस आने वाली नहीं है।
अपने बलबूते चुनाव लड़ रही बसपाः मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि हमारी पाटी कांग्रेस, भाजपा या किसी भी विरोधी पार्टी के साथ गठबंधन में नहीं है, बल्कि अकेले ही अपने बलबूते पर पूरी तैयारी से चुनाव लड़ रही है। उन्होंने टिकट बंटवारे में सर्व समाज के लोगों को भागेदारी दी है, जिन्हे जिताने के लिए पार्टी के लोग जी जान से लगे हैं। यहां भीड़ देख कर उन्हें भरोसा हो गया है कि पिछली बार की तरह ही वे पार्टी को जिताने का काम करेंगे।
कहा- भाजपा की करनी और कथनी में बड़ा अंतर
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ज्यादातर सरकारें कांग्रेस पार्टी की रही हैं। दलित आदिवासी पिछड़ा वर्ग विरोधी नीतियों के चलते इस पार्टी को केंद्र और राज्यों से बाहर होना पड़ा। यही स्थिति इनकी सहयोगी पार्टियों की बनी रही है। अब पिछले दस वर्षों में बीजेपी और इनके सहयोगी दल केंद्र तथा अधिकांश राज्यों में सत्ता में आए। अब बीजेपी की भी जातिवादी, पूंजिवादी नीतियों तथा इनकी कथनी और करनी में भी काफी अंतर होने से इस बार यह लगता है कि यह पार्टी भी इस बार केंद्र की सत्ता में वापिस आने वाली नहीं है।
मायावती बोर्ली- नाटकबाजी, जुमलेबाजी नहीं आएगी काम, इनके वादे हवाई मायावती ने कहा कि यदि यह चुनाव इस बार फ्री और फेयर होता है और आम चर्चा के मुताबिक वोटिंग मशीनों में कोई कमी नहीं की जाती है। वैसे भी इस बार चुनाव में इनकी कोई नाटकबाजी जुमलेबाजी और गारंटी आदि काम आने वाली नहीं है। जनता इस बात को समझ चुकी है कि इनकी पार्टी ने गरीबों, कमजोर वर्गों और मेहनतकश वर्गों से जो हवा हवाई वादे और गांरटी की थी उनका जमीनी हकीकत में अब तक एक चौथाई भी नहीं हो सका है। पूंजिपतियों को ही मालामाल किया गया है। सरकार उन्हें छूट देने और उन्हें बचाने में ही लगी रही है।
बसपा पदाधिकारियों के अनुसार, पूर्व गुख्यमंत्री गायावती सुबह 11 बजे जनसभा स्थल पर पहुंचना था लेकिन उनके आने में कुछ देरी हुई और बरापा सुप्रीगो डेढ बजे रैली रथल पहुंची। जनसभा स्थल को नागल क्षेत्र के गांव खटोली के पास बनाया गया है।
इससे पहले पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने जनसभा स्थल पर
पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। इसके साथ ही बसपा पदाधिकारियों ने जनसभा को लेकर तैयारियों में जुटे रहे और अंतिम रूप दिया।