चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल 2025 से हो रही है और यह 17 अप्रैल 2025 तक चलेगी। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाएगी। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना (कलश स्थापना) की जाती है, जो विशेष रूप से शुभ मानी जाती है।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त:
पंडितों के अनुसार, इस वर्ष घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:02 बजे से 10:25 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त में भी घट स्थापना की जा सकती है, जो 11:57 बजे से 12:48 बजे तक रहेगा। इस दौरान कलश स्थापित कर मां दुर्गा का आह्वान किया जाता है।
पूजा विधि:
- स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और वहां एक लकड़ी का पट्टा रखें।
- कलश में जल भरकर आम के पत्ते और नारियल रखें।
- कलश पर स्वस्तिक बनाएं और लाल कपड़ा बांधें।
- कलश को मिट्टी में रखकर उसमें जौ बोएं।
- मां दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और विधिपूर्वक पूजा करें।
- घी का दीपक जलाएं और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
चैत्र नवरात्रि के दौरान व्रत और पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस नौ दिनों में देवी के विभिन्न रूपों की आराधना से विशेष कृपा प्राप्त होती है।