बच्चे कर रहे धड़ाधड़ सुसाइड तो तुर्किए में नहीं रहना चाहते युवा

तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोआन दुनियाभर के देशों को साधने में जुटे हैं. एक तरफ एर्दोआन की रणनीति अमेरिका को साथ रखने की है तो दूसरी तरफ तुर्किए रूस जैसे अमेरिकी विरोधी देशों को भी नाराज नहीं करता है. यही वजह है कि तुर्किए नाटो का सदस्य होकर भी यूक्रेन का खुलकर समर्थन नहीं करता है, लेकिन यूनिसेफ ने जो एक आंकड़े जारी किए हैं, वो तुर्किए के एर्दोआन की टेंशन बढ़ाने वाला है.यूनुसेफ के मुताबिक तुर्किए के युवा और बच्चे सरकार की नीति से खुश नहीं हैं. सर्वे में शामिल 70 प्रतिशत युवाओं का कहना था कि वो अब तुर्किए में नहीं रहना चाहते हैं. इन युवाओं का कहना था कि यहां की जिंदगी बेहद ही खराब है.

तुर्किए के 92 प्रतिशत युवा नहीं करते व्यायाम

एस्ट्राजेनेका तुर्किए और टोकेव फाउंडेशन की रिपोर्ट में कहा गया है कि 92 प्रतिशत युवा व्यायाम पर ध्यान नहीं देते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में इन युवाओं पर ब्लड प्रेशर और डायबटिज जैसे बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है.रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि तुर्किए के लगभग 65 प्रतिशत युवा पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां नहीं खाते हैं, जबकि 25 प्रतिशत युवा नियमित रूप से तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते हैं.

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