सहारनपुर महानगर स्थित आयशा मॉडल स्कूल में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूल प्रबंधक मुजाहिद नदीम ने बच्चों को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए नेहरू जी के जीवन, विचारों और देश के निर्माण में उनके अद्वितीय योगदान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू बच्चों से बेहद प्रेम करते थे और यही कारण है कि उनका जन्मदिन पूरे देश में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मुजाहिद नदीम ने अपने संबोधन में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद के महत्व से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि खेलकूद भी बच्चों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए आवश्यक है। खेलकूद बच्चों के भीतर नेतृत्व क्षमता, अनुशासन, टीम स्पिरिट और आत्मविश्वास का विकास करता है, जो जीवन में आगे बढ़ने के लिए बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें बच्चों ने बड़ी सक्रियता और उत्साह के साथ हिस्सा लिया। प्रतियोगिताओं में विजयी रहने वाले विद्यार्थियों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के पुरस्कार प्रदान किए गए। इससे बच्चों में प्रतिस्पर्धात्मक भावना और आगे बढ़ने का उत्साह और अधिक बढ़ा।
विद्यालय की प्रधानाचार्या और अध्यापिकाओं ने भी बच्चों को आशीर्वाद देते हुए उन्हें चॉकलेट, स्टेशनरी आइटम, पेंसिल, पेन, बॉक्स सहित अन्य आवश्यक सामग्री वितरित की। बच्चों ने इन उपहारों को पाकर खुशी जाहिर की और बाल दिवस को यादगार बनाने के लिए विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विद्यालय के स्टाफ और अभिभावकों की भी विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम में दानिश, रूबी, शबाना, शबनम, कुलसुम, शीबा, नशरा, रामशा, इरम, रिज़्का, फिज़ा सहित कई लोग मौजूद रहे, जिन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया और बाल दिवस समारोह को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया।
आयशा मॉडल स्कूल में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए मनोरंजन और सीख का माध्यम बना, बल्कि नेहरू जी के आदर्शों को याद करने और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के संकल्प को मजबूत करने का अवसर भी प्रदान किया। विद्यालय परिवार ने यह संदेश दिया कि बच्चे ही देश का भविष्य हैं और उनके सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित होते रहने चाहिए।


















