मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान भी न्यायिक कामकाज जारी रखने की प्रतिबद्धता जताते हुए वकीलों के रवैये पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पांच बड़े जज छुट्टियों में भी लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन वकील ही छुट्टियों के दौरान सुनवाई के लिए तैयार नहीं हैं। सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि अदालतों में लंबित मामलों के लिए न्यायपालिका को दोषी ठहराया जाता है, जबकि वास्तविकता यह है कि वकील ही कई बार सहयोग नहीं करते। उनकी यह टिप्पणी न्याय व्यवस्था की आलोचना करने वालों को एक करारा जवाब मानी जा रही है।

















