मुजफ्फरनगर के प्रतिष्ठित ज़िया उल उलूम पब्लिक स्कूल में चिल्ड्रन्स डे के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय खेल प्रतियोगिता का भव्य समापन आज उत्साह और हर्षोल्लास के माहौल में हुआ। समापन समारोह के अवसर पर स्कूल परिसर बच्चों की ऊर्जा, प्रतिभा और सृजनशीलता से सराबोर दिखाई दिया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल प्रांगण में बच्चों द्वारा आयोजित शानदार मेले के उद्घाटन से हुई, जहां मौलाना रज़िउर रहमान (इमाम व खतीब, मस्जिद अबु बकर), प्रधानाचार्य नदीम खान और मैनेजर नाज़िश ग़ज़ाली ने संयुक्त रूप से फीता काटकर मेले का शुभारंभ किया। उद्घाटन के साथ ही पूरा परिसर तालियों की गूंज और बच्चों के उल्लास से भर उठा।
मेले में बच्चों ने अपनी कला और रचनात्मकता का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विभिन्न प्रकार के खाने-पीने के आकर्षक स्टॉल सजाए। इनमें घर में बने स्वादिष्ट व्यंजन, चाट-पकौड़ी, जूस, मिठाइयाँ और अनेक लज़ीज़ पकवान शामिल थे, जिन्हें अभिभावकों और आगंतुकों ने खूब सराहा। स्टॉलों की सुंदर सजावट, बच्चों का उत्साह और सुव्यवस्थित प्रबंधन सभी के आकर्षण का केंद्र बना रहा। मेले में शामिल होने आए क्षेत्र के गणमान्य लोग, अभिभावक और स्थानीय नागरिक बच्चों की मेहनत और प्रस्तुति देखकर अभिभूत दिखाई दिए।
मुख्य अतिथि मौलाना रज़िउर रहमान ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में शिक्षा का महत्व बताते हुए कहा कि हमें कठिन परिस्थितियों में भी अपने बच्चों की शिक्षा से समझौता नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह आधार है जो इंसान को संपूर्ण बनाती है और बच्चों को बेहतर भविष्य की ओर ले जाती है। उन्होंने बच्चों को देश और समाज का भविष्य बताते हुए माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों की तालीम को सर्वोपरि रखें और उन्हें आगे बढ़ने का हर अवसर प्रदान करें।
कार्यक्रम की सफलता में स्कूल की शिक्षिकाओं इफ्फत, उज़मा, फिज़ा, शाहीन, इशरा, शिरीन और शाहजहाँ का योगदान सराहनीय रहा। इन सभी शिक्षिकाओं ने पूरे आयोजन को न केवल सफल बनाया बल्कि बच्चों को हर कदम पर प्रोत्साहित करते हुए उनकी प्रतिभा को मंच प्रदान किया। मेले में उमड़ी भीड़ और बच्चों की उमंग देखकर यह आयोजन क्षेत्र की एक यादगार छाप लेकर सामने आया।
स्कूल प्रशासन ने कार्यक्रम में शामिल हुए सभी अभिभावकों, अतिथियों, बच्चों और सहयोगी स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी ऐसे प्रेरणादायक और मनोरंजक आयोजनों की निरंतरता बनाए रखने का आश्वासन दिया। चिल्ड्रन्स डे के इस अवसर पर आयोजित यह सात दिवसीय खेल महोत्सव न केवल बच्चों के लिए सीखने और आनंद का अवसर बना, बल्कि अभिभावकों और समाज के लिए भी शिक्षा और संस्कारों के महत्व का संदेश छोड़ गया।

















