बांदा। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज जहां गरीब और असहाय मरीजों के लिए एक ओर संजीवनी साबित होता है। वहीं दूसरी ओर नए-नवेले जेआर स्टाफ की करतूतों से राजकीय मेडिकल कालेज दबंगों की दबंगई का अड्डा बन गया। कम पैसे में उचित इलाज का आसरा लेकर गैर जनपद से आयी महिला मरीज के साथ जेआर स्टाफ ने जमकर अभद्रता की। वहां पर मौजूद स्टाफ के अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर किसी तरह से मामला शांत कराया। स्टाफ बीच बचाव न करता तो महिला मरीज के साथ मारपीट होना कोई बड़ी बात नहीं होती।
जानकारी के अनुसार हमीरपुर जनपद के सुमरेपुर कस्बे की रहने वाली गरीब महिला बेबी अपना दांतों की सफाई कराने राजकीय मेडिकल कालेज आयीं थी। उनको पहले वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा.निधि गुप्ता ने देखा और उनकी दांतों की सफाई कराने के लिए बोला और सरकारी शुल्क जमा करने के लिए स्लिप दे दी। इसके बाद बेबी के साथ आये उनकी बेटी और दामाद ने वह स्लिप काउंटर से में जाकर निर्धारित 267 रूपये की बकायदा रशीद भी बनवा ली। लेकिन जब बेबी पुनः ओटी के जूनियर डाक्टर स्नेहलता के पास गईं तो उन्होंने यह कहकर दांतों की सफाई करने से इंकार कर दिया। आप गुटखा खाती हैं, गुटखा खने वाले मरीजों के दांतों की सफाई नहीं होती है। इसके बाद मरीज बेबी पुनः डाक्टर निधि के पास अपनी पीड़ा बताने गयीं। डाक्टर निधि ने जूनियर डाक्टर स्नेहलता से बोला की गुटखे की सफाई नहीं करना है, बल्कि दांतों में जमीं गंदगी की सफाई करनी है। इसके बाद डा.स्नेहलता ने सफाई से इंकार कर दिया। इस पर मरीज और उसके तीमारदारां ने इसकी शिकायत प्राचार्य से करने की बात कही तो वहां पर मौजूद जेआर स्टाफ का सूरज राज महिला मरीज बेबी और उसके परिजनों से अभ्रदता करने लगा। बात इतनी बढ़ गयी कि जेआर सूरज राज ने महिला मरीज को खूब अपशब्द कहते हुए अपनी सीनियर चिकित्सक डा.निधि को भी देखलेने की धमकी दे डाली। इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ और सूरज राज महिला मरीज के साथ हांथा-पाई करने के लिए लपका तभी वहां मौजूद स्टाफ ने किसी तरह से मामला शांत कराया। इस पूरे मामले की जानकारी जब प्राचार्य डा.सुशील कौशल ले गई तो उन्होंने बताया कि मामला उकने संज्ञान में है। सीसीटीवी फुटेज देखने और जांच करने के बाद उचित कार्यवाही की जायेगी। अब देखने वाली बात है कि प्राचार्य इस पर क्या कार्यवाही करते हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो मरीजां के साथ होने वाली अभद्रता कब रूकेगी।
