दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने राजधानी की सबसे व्यस्त लाइनों में शामिल रेड और येलो लाइन को और अधिक स्मार्ट और सुरक्षित बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। मेट्रो में अक्सर सामने आने वाली सिग्नल संबंधी समस्याओं को दूर करने और यात्रियों को निर्बाध सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से DMRC ने एल्स्टॉम कंपनी के साथ एक महत्वपूर्ण अनुबंध किया है। इस समझौते के तहत रेड और येलो लाइन के सिग्नलिंग सिस्टम को बेहतर तकनीक से अपग्रेड किया जाएगा, ताकि ट्रेन संचालन और भी सुचारू और सुरक्षित तरीके से हो सके। इसके साथ ही, एल्स्टॉम कंपनी स्पेयर पार्ट्स की समय पर उपलब्धता और तकनीकी सहायता भी प्रदान करेगी।
यह अनुबंध 6 साल के लिए किया गया है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर आगे भी बढ़ाया जा सकता है। इस पहल से जहां मेट्रो संचालन में आने वाली तकनीकी दिक्कतें काफी हद तक खत्म होंगी, वहीं यात्रियों को भी समय पर और परेशानी मुक्त सफर का लाभ मिलेगा। दिल्ली मेट्रो प्रतिदिन लाखों यात्रियों के लिए जीवन रेखा की तरह है और रेड व येलो लाइन इसकी सबसे अहम कड़ियों में शामिल हैं। ऐसे में इन लाइनों का तकनीकी रूप से सशक्त और स्मार्ट बनना बेहद जरूरी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से न केवल ट्रेनों के संचालन की दक्षता बढ़ेगी बल्कि भविष्य की मेट्रो परियोजनाओं के लिए भी एक मजबूत आधार तैयार होगा। स्मार्ट सिग्नलिंग सिस्टम से ट्रेनें और अधिक समयबद्ध होंगी तथा सुरक्षा मानकों में भी उल्लेखनीय सुधार आएगा। DMRC का यह प्रयास यात्रियों को भरोसेमंद और आधुनिक परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

















