दिल्ली पुलिस ने अवैध तरीके से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। हाल ही में वसंत कुंज थाना क्षेत्र से दो बांग्लादेशी नागरिकों, मोहम्मद जसीम और उनकी पत्नी जैनब अख्तर, को पकड़ा गया और उन्हें उनके देश बांग्लादेश वापस भेज दिया गया। ये दोनों ढाका के कालिदास गांव के निवासी हैं।दक्षिण पश्चिम जिले में अब तक पुलिस ने 30 बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया है, जबकि पूरे दिल्ली में यह आंकड़ा 75 के करीब पहुंच चुका है। अवैध तरीके से रहने वाले बांग्लादेशियों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया है, जिसमें SHO सत्यजीत सरीन और ACP के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अरविंद प्रताप सिंह भी शामिल हैं।
यह टीम क्षेत्र में दिन-रात गश्त कर रही है और अवैध प्रवासियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है। पुलिस ने हाल ही में 9 और बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया है, जो “डंकी रूट” के जरिए भारत आए थे। इन कार्रवाइयों के तहत अवैध रूप से डॉक्यूमेंट्स बनवाकर रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की जा रही है, ताकि उन्हें हिरासत में लेकर डिपोर्ट किया जा सके।दिल्ली पुलिस का यह अभियान अवैध प्रवासियों के खिलाफ लगातार जारी है और इसे और अधिक सख्त बनाने के लिए विशेष रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।