चितौड़ा निवासी सुरेंद्र प्रजापति के गलत ऑपरेशन और उससे जुड़ी चिकित्सकीय लापरवाही के विरोध में भारतीय अति पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र पाल एडवोकेट के नेतृत्व में जिला अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में शामिल राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति ने बताया कि सुरेंद्र प्रजापति 12 अक्टूबर को स्वरूप नर्सिंग होम में पित्त की थैली का ऑपरेशन कराने गए थे, जहां डॉ. अमिताभ सिंघल की लापरवाही से उनका ऑपरेशन गलत हो गया और उनके लीवर को गंभीर क्षति पहुंची।
स्थिति बिगड़ने पर सुरेंद्र को मेरठ रेफर किया गया, जहां इलाज का खर्च करीब 6 लाख रुपये आया। सुरेंद्र गरीब मजदूर हैं और इलाज कराने में उनका पूरा परिवार आर्थिक संकट में आ गया। आरोप है कि डॉक्टर ने इलाज का खर्च उठाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में धमकाकर परिवार को भगा दिया।
पीड़ित परिवार दो महीने से न्याय के लिए संघर्ष कर रहा है। धरने में मोहन प्रजापति ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन द्वारा एक सप्ताह के भीतर इलाज का खर्च दिलाने और स्वरूप नर्सिंग होम को सील कर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो सीएमओ कार्यालय और नर्सिंग होम पर ताला बंदी की जाएगी। प्रदर्शन में जिला और प्रदेश स्तर के कई नेता शामिल हुए और प्रशासन से न्याय की मांग की गई।