मुजफ्फरनगर। जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशों के क्रम में उप जिलाधिकारी न्यायिक बुढ़ाना कृष्णकांत द्वारा आज डीएवी इंटर कॉलेज, मुजफ्फरनगर में छात्र-छात्राओं को अभ्युदय योजना एवं मतदाता जागरूकता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे, जिन्हें शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं और निर्वाचन प्रक्रिया के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उप जिलाधिकारी न्यायिक ने सबसे पहले अभ्युदय योजना के उद्देश्य और लाभों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराई जाती है, जिससे वे सिविल सेवा, बैंकिंग, रेलवे, पुलिस, शिक्षक पात्रता परीक्षा सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने और अपने भविष्य को सशक्त बनाने का आह्वान किया।
इसके पश्चात उप जिलाधिकारी न्यायिक द्वारा एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि एसआईआर के अंतर्गत निर्वाचन नामावली को अद्यतन किया जाता है, ताकि कोई भी पात्र नागरिक मताधिकार से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए शुद्ध और अद्यतन मतदाता सूची अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में विशेष रूप से 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके एवं 18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों को फॉर्म-6 के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जिन विद्यार्थियों ने हाल ही में 18 वर्ष की आयु पूर्ण की है या आगामी पात्रता तिथि तक 18 वर्ष के हो जाएंगे, वे फॉर्म-6 भरकर अपना नाम निर्वाचन नामावली में दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यम उपलब्ध हैं।
उप जिलाधिकारी न्यायिक ने कहा कि मतदान केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक का महत्वपूर्ण कर्तव्य भी है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे स्वयं मतदाता बनें और अपने परिवार एवं आसपास के लोगों को भी मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने यह भी बताया कि सही जानकारी भरना और आवश्यक दस्तावेज संलग्न करना अत्यंत आवश्यक है, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने मतदाता पंजीकरण और अभ्युदय योजना से संबंधित अपने प्रश्न भी पूछे, जिनका उप जिलाधिकारी न्यायिक ने सरल और स्पष्ट शब्दों में उत्तर दिया। इस जागरूकता कार्यक्रम से छात्र-छात्राओं में न केवल योजनाओं के प्रति रुचि बढ़ी, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी की भावना भी विकसित हुई।

















