देहरादून। उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में बारिश का दौर हल्का हुआ है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में अभी भी बारिश से बर्बादी का दौर जारी है। गढ़वाल के गोपेश्वर और कुमाऊं के बागेश्वर में बारिश ने कहर बरपाया हुआ है।
पगनो गांव में दो भवन व तीन गोशालाएं क्षतिग्रस्त
गोपेश्वर। चमोली जिले में जोशीमठ विकासखंड के पगनो गांव में आए दिन रात्रि में हो रही वर्षा आफत साबित हो रही है। ग्रामीण हल्की वर्षा में भी रातजगा करने को विवश हैं।बीती रात्रि को हुई वर्षा के चलते गांव के बीच मलबा व नाला उफान पर आने से दो आवासीय भवन व तीन गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। पगनों गांव के ऊपर विगत वर्ष हुए भूस्खलन का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
इस मानसून सीजन में ग्रामीणों ने अधिकांश रातें रातजगा कर ही काटी हैं। आए दिन रात्रि को हो रही वर्षा ग्रामीणों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। ग्राम प्रधान रीमा देवी का कहना है कि बीते वर्ष गांव के ऊपर से हुए भूस्खलन के चलते गांव को खासा नुकसान पहुंचा था।
कहा कि अगर शासन प्रशासन समय पर ग्रामीणों को विस्थापित कर देता तो आज ग्रामीणों को रतजगा नहीं करना पड़ता। इस मानसून में एक दर्जन से अधिक भवनों को नुकसान हुआ है।
अतिवृष्टि से तीन मकान ध्वस्त, चार आंगन क्षतिग्रस्त
बागेश्वर। हिमालयी गांवों में वर्षा का दौर जारी है। अतिवृष्टि से जनजीवन पर असर पड़ा है। गुरुवार की देर रात हुई वर्षा से तीन मकान ध्वस्त हो गए हैं। चार घरों के आंगन क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिससे मकानों पर खतरा मंडराने लगा है। 10 मोटर मार्ग आवागमन के लिए बंद हैं। जिससे 12 हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित हो रही है।
अतिवृष्टि से कपकोट तहसील के मल्लादेश निवासी अनीता देवी पत्नी किशन का आवासीय मकान ध्वस्त हो गया है। मकान क्षतिग्रस्त होने से छह लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने अन्यत्र शरण ली है। काफलीगैर तहसील के बिलौरी गांव के प्रकाश राम पुत्र स्व. हरीश राम, बौड़ी गांव के मोहन लाल पुत्र किशन राम का मकान ध्वस्त हो गया है।कपकोट तहसील के कीमू निवासी मेहरबान सिंह पुत्र दीवान सिंह, गुमान सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह, लीती निवासी गुमान सिंह पुत्र शेर सिंह तथा गरुड़ तहसील के वज्यूला निवासी दीप चंद्र तिवाड़ी पुत्र गौरी दत्त तिवाड़ी का आंगन क्षतिग्रस्त हो गया है।