दीवाली और छठ पर्व के मद्देनजर देशभर के रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। घर जाने वालों का सैलाब इतना बढ़ गया है कि कई बड़े स्टेशनों पर यात्रियों को टिकट खिड़की और प्लेटफॉर्म पर घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है। कई जगहों पर यह लाइनें 12 घंटे तक लंबी देखी गईं। दिल्ली, मुंबई, पटना, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, कोलकाता और अन्य शहरों में ट्रेनें फुल हैं, जबकि वेटिंग लिस्ट हजारों में पहुंच गई है।
ट्रेनों में जगह न मिलने के कारण बस ऑपरेटरों ने किराया 3 से 5 गुना तक बढ़ा दिया है। सामान्य दिनों में 800 से 1000 रुपये का किराया अब 3500 से 4000 रुपये तक वसूला जा रहा है। बावजूद इसके लोगों को सीट मिलना मुश्किल हो रहा है। कई यात्री ओवरलोड बसों और निजी वाहनों में सफर करने को मजबूर हैं, जिससे सड़कों पर भी जाम की स्थिति बनी हुई है।
इस बढ़ती भीड़ और फर्जी सूचनाओं पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रेलवे ने नया कदम उठाया है। रेलवे ने घोषणा की है कि त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 24×7 मॉनिटरिंग की जाएगी। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी फर्जी अकाउंट या अफवाह पर ध्यान न दें और केवल रेल मंत्रालय के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से मिली जानकारी पर भरोसा करें।
रेलवे ने यह भी कहा है कि अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की जा रही है ताकि यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा मिल सके। अधिकारियों के अनुसार, इस बार त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में करीब तीन गुना बढ़ गई है।

















