शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान यह स्पष्ट किया कि नव नियुक्त शिक्षकों को पहले पांच वर्षों तक दुर्गम और दूरस्थ विद्यालयों में सेवा करनी होगी। उन्होंने शिक्षकों को चेतावनी दी कि वे निर्धारित समय से पहले सुगम स्थानों में तैनाती के लिए कोई सिफारिश न करें, अन्यथा उनकी जगह वेटिंग लिस्ट में शामिल अन्य अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह कार्यक्रम हल्द्वानी के जीजीआईसी में आयोजित हुआ, जहां नैनीताल जिले के 48 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए, और दिव्यांग अभ्यर्थियों को विशेष सम्मान के साथ पत्र वितरित किए गए।
यह संदेश यह दर्शाता है कि सरकार दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए दृढ़ संकल्पित है और नए शिक्षकों से उम्मीद करती है कि वे इस दिशा में अपना योगदान पूरे मनोयोग से देंगे।
बगैर विलंब किए ज्वाइन करने के निर्देश
डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षकों को जिले के ओखलकांडा, रामगढ़, बेतालघाट, धारी ब्लाक के विद्यालयों में नियुक्त किया गया है। इस दौरान शिक्षा मंत्री डा. रावत दुर्गम में पहली तैनाती की व्यवस्था को लेकर सख्त दिखे। साथ ही उन्होंने टाप मेरिट वाले युवाओं की सराहना भी की और बगैर विलंब किए ज्वाइन करने के निर्देश दिए। कहा कि रविवार को प्राथमिक स्कूलों के लिए दूसरी काउंसलिंग होगी, फिर एक माह बाद प्रक्रिया की जाएगी।
डा. रावत ने कहा कि दिसंबर तक स्कूलों में 2500 चतुर्थ श्रेणी कर्मी, 1500 एलटी शिक्षक और 700 प्रवक्ता रखे जाएंगे। 650 प्रधानाचार्य लोक सेवा आयोग से नियुक्त किए जाएंगे। डा. रावत ने नवनियुक्त शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें दूरस्थ क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है, वहां ग्रामीणों के साथ संपर्क भी बढ़ाएं।
आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर प्रेरित करें। आयोजन में नैनीताल विधायक सरिता आर्य, एडी बेसिक एचबी चंद, मुख्य शिक्षा अधिकारी पुष्कर टम्टा, खंड शिक्षा अधिकारी तारा सिंह, प्रधानाचार्य मीरा मिश्रा आदि मौजूद रहे।
100 करोड़ रुपये से होगा स्कूलों का सुंदरीकरण
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई स्कूलों की स्थिति ठीक नहीं है। सरकार ने इसका संज्ञान लिया है। 100 करोड़ रुपये की लागत से स्कूलों का सुंदरीकरण किया जाएगा। प्रदेश के स्कूलों में 12 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक नियुक्त करने की व्यवस्था पर काम किया जा रहा है। वहीं, ऐसे विद्यालय जहां एकल शिक्षक है और वह अवकाश पर जाते हैं तो पास के स्कूल से शिक्षक की ड्यूटी लगाई जाएगी।
सीएम धामी के नेतृत्व में राज्य कर रहा प्रगति
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बीते दिनों मुलाकात करने के विषय में पत्रकारों ने डा. धन सिंह रावत से प्रश्न किया। इस पर कहा कि प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता जैसा कुछ भी नहीं है। कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी काफी अच्छा कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में राज्य निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
प्रदेश के कालेजों ने नहीं किया था एनआइआरएफ को आवेदन
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) ने बीते दिनों इंडिया रैंकिंग- 2024 जारी की थी। इसमें कालेजों की श्रेणी में उत्तराखंड का एक भी महाविद्यालय स्थान नहीं बना सका था। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश के कालेजों ने एनआइआरएफ में आवेदन नहीं किया था। बोले सभी कालेजों का नैक करवाया जा रहा है।
अस्थायी प्रोफेसरों का मानदेय बढ़ाने पर हो रहा विचार
प्रदेश के डिग्री कालेजों में कार्यरत अस्थायी प्रोफेसरों ने शनिवार को शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा। यूजीसी के मानकों के अनुसार मानदेय बढ़ाने, नियमित करने सहित अन्य विषयों से अवगत कराया। इस पर डा. रावत ने शिक्षकों को आश्वासन दिया है कि उनके मानदेय वृद्धि को लेकर प्रक्रिया की जा रही है। जल्द इसका लाभ दिया जाएगा।