अलवर शहर के बीचो-बीच स्थित राजर्षि महाविद्यालय परिसर में पैंथर अब भी लगातार घूम रहा है पैंथर को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा पिंजरा भी लगाया गया लेकिन पिंजरे में अभी तक पैंथर नहीं आया रात के समय पिंजरे के आसपास पैंथर के पगमार्क मिले हैं। लेकिन इस दौरान पिंजरे का दरवाजा लॉक हो गया। इसलिए पैंथर पिंजरे में कैद नहीं हो पाया वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पैंथर ने अभी कोई शिकार नहीं किया है। कॉलेज के आसपास जंगल क्षेत्र में एक से ज्यादा पिंजरे लगाने की तैयारी चल रही है। सभी जगह पर पैंथर के पगमार्क मिले हैं। वहीं आसपास के लोग पैंथर को लेकर दहशत में हैं। 36 घंटे बीतने के बाद भी पैंथर को ट्रेंकुलाइज नहीं किया जा सका है इसके लिए वन विभाग टीम ने ट्रैपिंग कैमरे भी लगाए हुए है उसमें भी पैंथर कैद नहीं हो पाया फिलहाल स्थानीय लोगो को मॉर्निंग ओर इवनिंग वॉक करने के लिए रोका गया है कही ऐसा नहीं हो की पैंथर किसी पर अटैक कर दे उसके लिए वन विभाग कर्मचारी मौके पर तैनात है कर्मचारियों द्वारा जंगल में सर्च ऑपरेशन कर भी पैंथर की तलाश की जा रही है पिंजरे में पैंथर नहीं आने से वन विभाग को सफलता नहीं मिली उसके लिए आज रात फिर दुबारा पैंथर के लिए पिंजरा लगाया जाएगा और इसके अलावा ओर भी पिंजरे अन्य जगह से मंगवाए गए है अभी चार-पांच कमरे और लगाए जाएंगे कैमरा की लोकेशन चेंज कर दी गई है और भी कैमरे लगाए जा रहे हैं क्योंकि कैमरा में अभी तस्वीर कैद नहीं हुई है लेकिन पैंथर का मूवमेंट लगातार वही मंदिर के पास ही विचरण कर रहा है लेकिन अभी पैंथर पकड़ में नहीं आया है वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी लगातार मेहनत कर रहे हैं जल्दी से पैंथर पकड़ में आ जाए अभी शाम तक दूसरा पिंजरा लगाया जाएगा ताकि पैंथर जल्दी से पकड़ में आ जाए