मुजफ्फरनगर में एग्रीकल्चर विभाग द्वारा ग्रामीण युवाओं के लिए एम्प्लॉयमेंट एंड स्किल वर्कशॉप आयोजित, कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसरों पर मिला मार्गदर्शन

मुजफ्फरनगर में कृषि विभाग द्वारा आत्मा (ATMA) योजना के अंतर्गत श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेजमें संचालितग्रामीण युवा कौशल विकासकार्यक्रम के दौरान जिला सेवायोजन कार्यालय के सहयोग से एकदिवसीय एम्प्लॉयमेंट एंड स्किल वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को कृषि क्षेत्र में उपलब्ध विविध रोजगार अवसरों के प्रति जागरूक करना और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों एवं उद्यमिता की दिशा में प्रेरित करना रहा।कार्यक्रम में डी.डी. एग्रीकल्चर प्रमोद सिरोही ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में कृषि केवल पारंपरिक खेती तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसमें टेक्नोलॉजी, एग्रीबिजनेस, फूड प्रोसेसिंग, ऑर्गेनिक फार्मिंग और एग्रीस्टार्टअप जैसे नए क्षेत्र तेजी से उभर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यदि युवा नवीन तकनीकों को अपनाकर खेती करें, तो वे केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बना सकते हैं।कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि भारत की रीढ़ मानी जाने वाली कृषि को युवाओं की नई सोच और आधुनिक तकनीक की जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे कृषि क्षेत्र में करियर को केवल खेती तक सीमित रखें, बल्कि इससे जुड़े विभिन्न उद्योगों, मार्केटिंग और प्रोसेसिंग यूनिट्स में भी अवसर तलाशें।जिला सेवायोजन अधिकारी पारुल सिंघल ने रोजगार की दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इनमें आत्मा योजना, कौशल विकास कार्यक्रम और रोजगार संगम पोर्टल जैसी पहलें शामिल हैं। उन्होंने छात्रों को समझाया कि वे rojgaarsangam.up.gov.in पोर्टल पर पंजीकरण कर विभिन्न सरकारी एवं निजी क्षेत्र के अवसरों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, किसी भी रोजगार संबंधी जानकारी के लिए टोलफ्री नंबर 155330 पर संपर्क किया जा सकता है।सहायक सेवायोजन अधिकारी डॉ. सोनाली सिंह ने छात्रों को रोजगार संगम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का डेमो दिखाया और बताया कि यह पोर्टल युवाओं को नियोक्ताओं से सीधे जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण युवाओं को अपने कौशल को बढ़ाने के लिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने क्षेत्र के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनें।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रछात्राओं ने भाग लिया और विभिन्न विशेषज्ञों से कृषि आधारित रोजगार, उद्यमिता, तथा सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम के अंत में छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए गए और उन्हें भविष्य में करियर गाइडेंस प्लेसमेंट सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। इस वर्कशॉप के माध्यम से युवाओं को रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई प्रेरणा मिली।

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