गल्फ फर्स्ट टावर में स्थित सुइट 302 और 305 से एक ब्रोकर फर्म पिछले महीने तक काम कर रही थी, जिसमें लगभग 40 कर्मचारी कार्यरत थे। इनकी मुख्य जिम्मेदारी संभावित ग्राहकों को कॉल करके फ़ॉरेक्स निवेश को बढ़ावा देना था। अब ये दफ्तर पूरी तरह खाली पड़े हैं—फोन लाइनें टूटी हुई हैं, फर्श पर धूल की परत जमी है और वहां पहले जैसी हलचल नहीं दिखती।
एक सुरक्षा गार्ड ने खलीज टाइम्स को बताया कि फर्म के कर्मचारियों ने चाबियां लौटाईं, दफ्तर साफ किया और जल्दबाजी में चले गए। अब हर दिन कई लोग वहां पहुंचते हैं और फर्म के बारे में पूछताछ करते हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ बंद दरवाजे मिलते हैं।
इस धोखाधड़ी से कई निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है, जिनमें केरल के प्रवासी मोहम्मद और फैयाज पोयल भी शामिल हैं। उन्होंने फर्म में कुल 75,000 डॉलर का निवेश किया था। फैयाज ने बताया कि वे जवाबों की तलाश में दफ्तर आए थे, लेकिन उन्हें वहां सिर्फ सन्नाटा और खालीपन मिला।