मुजफ्फरनगर में भारतीय अति पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। यह धरना बघरा ब्लॉक के गांव खेड़ी दूधाधारी निवासी सोहनलाल प्रजापति के मकान पर की गई बुलडोजर कार्रवाई के विरोध में दिया गया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ग्राम प्रधान अनुज देशवाल, लेखपाल बसंत बालियान और तितावी थाना प्रभारी पवन चौधरी ने बिना नोटिस दिए पीड़ित परिवार का मकान गिरवाया, जिससे अति पिछड़ा समाज में भारी आक्रोश है।
धरने के दौरान अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति से वार्ता की और मांगों से संबंधित ज्ञापन प्राप्त किया। ज्ञापन में बताया गया कि पांच नवंबर को लेखपाल बसंत बालियान ने पीड़ित परिवार से मकान को अवैध बताते हुए एक लाख रुपये की मांग की थी। आरोप है कि रुपये न देने पर छह नवंबर को ग्राम समाज की जमीन का हवाला देकर बुलडोजर चलवा दिया गया। जबकि उसी जमीन पर करीब 35 मकान लंबे समय से बने हुए हैं और खुद ग्राम प्रधान का घर भी उसी तरह की जमीन पर बना बताया गया है।
मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधान और लेखपाल की मिलीभगत से तितावी थाना प्रभारी ने सोहनलाल प्रजापति और उसके दो पुत्रों को थाने में बंद कराया। वहां उनके साथ दुर्व्यवहार, गाली-गलौज और मारपीट की गई तथा बीस हजार रुपये लेकर उन्हें छोड़ा गया। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार भयभीत है और दबंगों के डर से गांव छोड़ने को मजबूर हो रहा है। संगठन का कहना है कि इससे पीड़ित परिवार की सुरक्षा को गंभीर खतरा बना हुआ है।
मोहन प्रजापति ने कहा कि गांव-देहात में आज भी अति पिछड़े वर्ग का शोषण किया जा रहा है, जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठन पीड़ित परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है और चाहता है कि कानून बिना किसी भेदभाव के अपना काम करे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि न्याय नहीं मिला तो मोर्चा बड़े स्तर पर आंदोलन करेगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।धरने में कार्यवाहक जिला अध्यक्ष रामपाल सिंह पाल, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश वालिया, प्रभारी इंद्रमल प्रजापति, वरिष्ठ नेता सुखपाल कश्यप, विजय पाल, कमल प्रजापति, मंडल उपाध्यक्ष अजय सैनी, रामनिवास प्रजापति एडवोकेट, सचिन प्रजापति, अंशुल, प्रवीण, दीपक, राजीव पाल, रजत प्रजापति, सोनू पाल, प्रभात, कृष्णपाल सेन, शमीम, रुपेश, धर्मपाल प्रजापति सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

















