मुजफ्फरनगर। कांवड़ यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई और सुरक्षित भोजन व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने निरीक्षण अभियान चलाया। यह अभियान सहायक आयुक्त खाद्य अर्चना धीरान के नेतृत्व में संचालित किया गया। टीम ने कांवड़ मार्ग पर स्थित विभिन्न ढाबों, होटलों और रेस्टोरेंट्स का निरीक्षण कर वहां की स्वच्छता, खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और लाइसेंस संबंधित दस्तावेजों की जांच की।लखनऊ मुख्यालय से आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा प्राप्त निर्देश और जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में यह निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान टीम ने होटल संचालकों को फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट की जानकारी दी और उन्हें साफ-सफाई के मानकों का कड़ाई से पालन करने की सलाह दी गई। जिन संस्थानों के पास फूड लाइसेंस या पंजीकरण नहीं मिला, उन्हें तत्काल आवेदन करने के निर्देश दिए गए।इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा संचालित ‘फूड सेफ्टी कनेक्ट’ मोबाइल एप को ढाबों व होटलों पर चस्पा कराया गया ताकि आमजन व कांवड़ यात्री खाद्य गुणवत्ता की शिकायत या जानकारी सीधे विभाग तक पहुंचा सकें। निरीक्षण के दौरान खाद्य पदार्थों के नमूने भी लिए गए, जिन्हें परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।खाद्य सुरक्षा विभाग ने होटल संचालकों को यह भी निर्देशित किया कि यात्रा काल में किसी भी प्रकार की मिलावट, बासी भोजन या अस्वच्छ भोजन सामग्री की बिक्री न की जाए। यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए खाद्य सामग्री का भंडारण सुरक्षित और मानक अनुसार किया जाए।खाद्य विभाग की इस सघन कार्यवाही से होटल-ढाबा संचालकों में सतर्कता देखी गई। विभाग ने बताया कि यह निरीक्षण अभियान लगातार जारी रहेगा और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यात्रियों की सेहत से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
