अलवर शहर में कूड़ा बीनने वाले और नियमित स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों के लिए विशेष शिक्षा कार्यक्रम “संस्कार शिक्षा वृक्ष” के तहत निशुल्क क्लासेज चलाई जा रही हैं। गुरुनानक कॉलोनी और दिवाकरी क्षेत्र में संचालित इन क्लासेज में 102 बच्चे नियमित रूप से पढ़ाई करने आ रहे हैं। ये कक्षाएं स्कूल समय के बाद शाम को आयोजित की जाती हैं, जिससे बच्चे उत्साह के साथ पढ़ाई कर रहे हैं।
यह पहल “नेक कमाई” की ओर से संचालित है, जिसमें महिला शिक्षकों की व्यवस्था जयपुर की सुमेधा संस्था द्वारा की गई है। गुरुनानक कॉलोनी केंद्र के बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री खान चंद चिमनी बाई हजरती ट्रस्ट और गर्म कपड़े फीडिंग हैंड्स, जयपुर की ओर से वितरित किए गए। कार्यक्रम में संरक्षक दौलत राम हजरती, युवा समाजसेवी सौरभ कालरा और गुलशन मनचंदा ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
मुख्य समन्वयक अभिषेक तनेजा और कार्यक्रम संयोजक गुरप्रीत सिंह ने इस प्रयास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिक्षकों निशा दुरेजा और सोनम कोर को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम में मत्स्य यूनिवर्सिटी के कुल सचिव डॉ. आशुतोष शर्मा, उमा बजाज, प्रवीन बत्रा, कमला यादव और सोनिका अरोड़ा भी उपस्थित रहे। संरक्षक मंजू चौधरी अग्रवाल ने भविष्य में अलवर में ऐसे और स्कूल खोलने की योजना की जानकारी दी। साथ ही डॉक्टर गोपाल राय चौधरी ट्रस्ट की ओर से बच्चों को बैग और कपड़े वितरित किए जाएंगे।