मुजफ्फरनगर के श्रीराम कॉलेज के कृषि विभाग द्वारा स्नातक कृषि छात्रों के लिए मशरूम की खेती पर एक अतिथि व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीन, कृषि विज्ञान विभाग, मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर थे। विशिष्ट अतिथियों में कॉलेज निदेशक डॉ. अशोक कुमार, प्राचार्या डॉ. प्रेरणा मित्तल, और डीन एकेडमिक्स डॉ. विनीत कुमार शर्मा शामिल रहे।
डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने मशरूम की पोषणीय महत्वता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसमें विटामिन बी, सी, डी, खनिज, प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
कॉलेज निदेशक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि मशरूम की खेती कम लागत में अधिक लाभ प्रदान करने वाली कृषि तकनीक है, जिससे महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिलता है। उन्होंने बटन मशरूम और ढीगरी मशरूम की खेती की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया और बताया कि 16 घंटे तक भिगोकर रखे गए भूसे या कंपोस्ट में स्पान (मशरूम का बीज) मिलाकर इसे जीवाणु रहित किया जाता है। करीब 30-40 दिनों में मशरूम की फसल तैयार हो जाती है, जिसे ताजा बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
कार्यक्रम में कृषि विभाग के छात्र-छात्राओं सहित कॉलेज के कई शिक्षकगण उपस्थित रहे।