गुजरात ने एसआईआर के बाद मतदाता सूची का मसौदा किया जारी,

गुजरात ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप अपनी मतदाता सूचियों का विशेष गहन संशोधन पूरा कर लिया है. इस प्रक्रिया के तहत राज्य भर में मतदाता सूचियों का सत्यापन किया गया और उनका मसौदा शुक्रवार को प्रकाशित किया गया.एसआईआर अभियान की शुरुआत 27 अक्टूबर को हुई थी और यह लगभग डेढ़ महीने तक चला.

मतदाताओं का व्यापक रूप से सत्यापन

अभियान के दौरान राज्य के सभी मतदाताओं का व्यापक रूप से सत्यापन किया गया, जिससे कुल 4.34 करोड़ से अधिक मतदाताओं की जानकारी सुनिश्चित हुई. मसौदा सूची में कुल 5.08 करोड़ मतदाताओं में से 73.73 लाख नाम हटा दिए गए हैं. यह कदम उन मतदाताओं के नाम हटाने के लिए उठाया गया जिनकी मृत्यु हो चुकी थी, जो स्थायी रूप से अन्य स्थानों पर रह रहे थे या जिनके नाम दो स्थानों पर दर्ज थे. जिन मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, वे 18 जनवरी, 2026 तक दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं. अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 17 फरवरी, 2026 को किया जाएगा.

मतदाता सूची से नाम हटाने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

1. मृत मतदाता: 18,07,278
2. अनुपस्थित पाए गए मतदाता: 9,69,662
3. स्थायी रूप से प्रवासी मतदाता: 40,25,553
4. दो स्थानों पर पंजीकृत मतदाता: 3,81,470
5. अन्य कारण: 1,89,364

एसआईआर अभियान के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरित शुक्ला ने कहा कि यह प्रक्रिया निर्धारित समय में पूरी करने के लिए राज्य भर के चुनाव तंत्र ने सामूहिक प्रयास किए. इस काम में 33 जिला निर्वाचन अधिकारी, 182 मतदाता पंजीकरण अधिकारी, 855 सहायक अधिकारी, 50,963 बूथ स्तरीय अधिकारी, 54,443 बूथ एजेंट और 30,833 स्वयंसेवक शामिल थे. इसके अलावा, राजनीतिक दलों, मीडिया और नागरिक समाज संगठनों का सहयोग भी मिला.

गुजरात के शहरी क्षेत्रों में नगर निगमों और नगरपालिकाओं ने भी इस प्रक्रिया में सहयोग किया. सभी जनगणना प्रपत्रों को डिजिटाइज किया गया और 4.34 करोड़ मतदाताओं की जानकारी अपडेट की गई. बूथ स्तर पर अधिकारियों ने घर-घर जाकर मृत, स्थायी रूप से प्रवासी और दो स्थानों पर पंजीकृत मतदाताओं की पहचान की. कुछ मतदाता निर्धारित अवधि में प्रपत्र जमा नहीं कर सके या उन्होंने स्थानांतरित होकर अन्य स्थानों पर पंजीकरण कराया. इसलिए उनके नाम मसौदा सूची में शामिल नहीं किए गए.

बूथ स्तरीय प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठकें

मसौदा सूची तैयार करने के बाद, राजनीतिक दलों के बूथ स्तरीय प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठकें की गईं. प्रत्येक जिले में सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को मतदाता सूची की दो प्रतियां प्रदान की गईं- एक मुद्रित फोटो सहित और एक सॉफ्ट कॉपी. जिन मतदाताओं के फॉर्म नहीं आए थे, उनकी सूचियाँ भी सत्यापन के लिए साझा की गई हैं. राजनीतिक दलों से कहा गया है कि वे सूची की बारीकी से जांच करें और आवश्यक होने पर मतदाताओं को 18 फरवरी, 2026 तक दावे और आपत्तियां दर्ज करने में मदद करें.

साथ ही, जिन युवा नागरिकों की उम्र 1 जनवरी, 2026 तक 18 वर्ष हो चुकी है, वे अपने नाम अंतिम मतदाता सूची में दर्ज कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं. मसौदा सूची सभी मतदान केंद्रों और निर्धारित स्थानों पर उपलब्ध है. इसे मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट ceo.gujarat.gov.in पर ऑनलाइन भी देखा जा सकता है.

एसआईआर अभियान और मसौदा मतदाता सूची की तैयारी के बाद गुजरात में आगामी चुनावों के लिए मतदाता पंजीकरण और सत्यापन प्रक्रिया मजबूत और पारदर्शी बनी है, जिससे चुनावी प्रणाली में विश्वास बनाए रखने में मदद मिलेगी.

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