औरैया आर्यनगर काली माता मंदिर रोड स्थित गोपाल वाटिका में चल रहे श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन शनिवार को राम जन्म की कथा का आयोजन हुआ। कथा में जैसे ही प्रभु श्रीराम के जन्म का प्रसंग आया, पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा। भक्तगण भक्ति में लीन हो गए और वातावरण राममय हो गया।
कथा वाचन कर रहे अंतरराष्ट्रीय भगवतःाचार्य मनोज अवस्थी जी ने राम जन्म की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान राम का जन्म असुरों और अधर्म के नाश के लिए हुआ था। प्रभु ने बाल्यकाल से ही मर्यादा और धर्म की स्थापना प्रारंभ कर दी थी। उनका जीवन संपूर्ण मानव समाज के लिए आदर्श है।
उन्होंने कथा में बताया कि राजा दशरथ जब संतान प्राप्ति को लेकर चिंतित हुए तो गुरु वशिष्ठ के आदेश पर ऋषि श्रृंगी द्वारा पुत्रकामेष्टि यज्ञ कराया गया। यज्ञ के पश्चात अग्निदेव प्रकट हुए और उन्होंने दशरथ को दिव्य खीर प्रदान की, जिसे तीनों रानियों—कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा—को दिया गया। इसी खीर के प्रभाव से श्रीराम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ।कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर परीक्षित सुशीला गुप्ता (पत्नी डॉ. मोहन गुप्ता सेठ), आस्था गुप्ता, निशा गुप्ता, अंशिका गुप्ता, संध्या गुप्ता, दिलीप गुप्ता सेठ, रेनू गुप्ता, देवेंद्र गुप्ता, गहोई वैश्य सेवा समिति अध्यक्ष विष्णु गहोई, श्याम कुमार बरसैंया, राजू बरसैंया, बृजेश बंधु, संजीव रेजा, मुरारी लाल गुप्ता, राधे श्याम गुप्ता, गोपाल सेठ, शुभ गुप्ता, आकाश गुप्ता, गोविंद गुप्ता, मनोज गुप्ता, पिंकू गुप्ता सहित नगर के अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।