सिरोही जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिले के माकरोड़ा और डोडुआ गांवों में आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र / आयुष्मान आरोग्य मंदिर (पीएचसी) का शिलान्यास राज्य मंत्री ओटा राम देवासी द्वारा किया गया। इस मौके पर जिला प्रमुख अर्जुन राम पुरोहित, प्रधान सिरोही हसमुख कुमार, डीटीओ एवं बीसीएमओ डॉ. विवेक जोशी, जिला परिषद सदस्य मधु देवी, महेंद्र राणा, पंचायत समिति सदस्य तेरसाराम, कमलादेवी, भाजपा कार्यालय प्रभारी बाबू सिंह मकरोड़ा, मंडल अध्यक्ष हार्दिक देवासी, सरपंच गिरिजा कंवर, सुश्री कनी कुमारी तथा जीएसएस खाम्बल अध्यक्ष भवानी सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री ओटा राम देवासी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य हर आमजन को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। माकरोड़ा और डोडुआ में पीएचसी बनने से हजारों ग्रामीणों को अब छोटे-छोटे उपचार के लिए शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। यहां उन्हें उपचार, जांच और दवाइयों की सुविधाएं गांव में ही मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार अच्छे स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह संकल्पित है और स्वास्थ्य सेवाओं पर धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। हाल ही में जिले में चिकित्सकों के 23 नए पदों पर नियुक्तियां भी की गई हैं।
जिला प्रमुख अर्जुन राम पुरोहित ने कहा कि उपस्वास्थ्य केंद्र से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनने पर चिकित्सा सेवाओं में कई गुना वृद्धि होती है। इसमें चिकित्सक की उपलब्धता, दवाइयों की संख्या और जांच सुविधाओं का विस्तार शामिल है। वहीं, प्रधान हंसमुख कुमार ने जानकारी दी कि पीएचसी का भवन अगले एक साल में तैयार हो जाएगा। इसके बनने से डिलीवरी सहित अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी और सब-सेंटर की तुलना में यहां अधिक स्टाफ की नियुक्तियां होंगी।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि पीएचसी माकरोड़ा और डोडुआ के निर्माण से आसपास के गांवों के लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध होंगी। इन केंद्रों पर सामान्य रोगों का उपचार, आवश्यक दवाइयां, प्रसूति सेवाएं, टीकाकरण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। विभाग का लक्ष्य ग्रामीण अंचलों को समुचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है ताकि किसी को इलाज के लिए शहरों में भटकना न पड़े।लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र की मांग हो रही थी। इस शिलान्यास के साथ ग्रामीणों की यह पुरानी मांग पूरी हुई। स्थानीय लोगों ने सरकार और प्रशासन के इस निर्णय का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। उनका कहना था कि पीएचसी बनने से गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर ऊंचा होगा और लोगों को समय पर उपचार मिल सकेगा।