बांदा में संभावित बाढ़ और अतिवृष्टि के दृष्टिगत कमिश्नरी सभागार में एक उच्च स्तरीय आपदा प्रबंधन बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अपर आयुक्त प्रशासन अमरपाल सिंह ने की। बैठक में सभी विभागाध्यक्षों को आपदा से बचाव, राहत और पुनर्वास के लिए समुचित तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। बेसिक शिक्षा विभाग को विद्यालयों में मॉक ड्रिल, प्रशिक्षण और जर्जर भवनों की मरम्मत या स्थानांतरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। लोक निर्माण विभाग को सड़कों, पुलों एवं वैकल्पिक मार्गों की मरम्मत और व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
स्वास्थ्य विभाग को आपातकालीन दवाएं, एम्बुलेंस और चिकित्सकीय दलों की तैनाती के साथ जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। खाद्य एवं रसद विभाग को राशन एवं आवश्यक खाद्य सामग्री का भंडारण और आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया। राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग को ग्राम स्तर पर आपदा बचाव समितियों के गठन, राहत दलों की तैनाती और संपर्क सूची अद्यतन करने के निर्देश दिए गए। पशुपालन विभाग को पशु बचाव दलों, चारा और दवाइयों की व्यवस्था करने को कहा गया।पुलिस विभाग को कानून–व्यवस्था बनाए रखने, सुरक्षा व्यवस्था और नागरिकों की सुरक्षित स्थानों तक पहुँच सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई। सिंचाई विभाग को तटबंधों की मरम्मत और निगरानी दल के गठन के निर्देश मिले। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को व्यापक प्रचार–प्रसार और मीडिया समन्वय स्थापित कर नागरिकों तक राहत योजनाओं की जानकारी पहुंचाने को कहा गया। नगर निकायों को जलभराव रोकने, नालियों की सफाई और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।अपर आयुक्त ने सभी विभागों से समन्वय बनाए रखने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का आह्वान किया, ताकि आपात स्थिति में जनहानि और संपत्ति की क्षति न्यूनतम हो। साथ ही सभी विभागों को नोडल अधिकारी नामित कर उसकी सूचना कंट्रोल रूम को देने का निर्देश दिया गया।