मलेरिया का बुखार आमतौर पर संक्रमित मादा मच्छर के काटने से होता है और हर साल इसके काफी मामले देखने को मिलते हैं. इससे बचने के लिए जरूरी है कि अपने आसपास की जगहों की साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए. कई बार लोग मानसून के दिनों में तो ध्यान देते हैं, लेकिन उसके बाद इसे लेकर थोड़ी लापरवाही बरतने लगते हैं. अक्टूबर में भी काफी मच्छर होते हैं, इसलिए इस दौरान भी इससे बचाव जरूरी होता है. इस दौरान मौसम में भी बदलाव हो रहा होता है, इसलिए लोग कई बार साधारण वायरल फीवर समझने लगते हैं, लेकिन इसके लक्षणों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए, जिससे स्थिति को गंभीर होने से बचाया जा सके. वहीं मलेरिया बुखार ठीक होने के बाद शरीर को रिकवर करने के लिए भी डाइट को सही रखना जरूरी होता है मलेरिया के लक्षणों की बात करें तो इसमें तेज ठंड लगना और बुखार आने के अलावा सिर में दर्द, पूरे शरीर में दर्द, कमजोरी, थकान और मितली की समस्या हो सकती है. गंभीर लक्षणों की बात करें तो डेलिरियम यानी सोचने समझने की क्षमता में फर्क आना जैसे भ्रम होने लगना, सही तरह से सोच न पाना, सांस लेने में समस्या होने लगना, दस्त होना जैसी चीजों पर ध्यान देना चाहिए. चलिए जान लेते हैं कि इससे रिकवर होने के लिए डाइट में क्या-क्या शामिल करें.
हल्का खाना है जरूरी
न्यूट्रिशनिस्ट कृतिका नागपाल कहती हैं कि किसी भी बीमारी से उबरने के बाद डाइजेशन भी थोड़ा कमजोर हो जाता है, इसलिए जरूरी होता है कि हम हल्का खाना खाएं, जो आसानी से पच जाता हो. मलेरिया से रिकवर हो रहे हैं तो इस दौरान सूप, लिक्विड खिचड़ी, दलिया जैसी चीजें ज्यादा सही रहती है, क्योंकि इनमें मसाला और तेल कम डाला जाता है.
हाइड्रेट रहना है जरूरी
मलेरिया से जल्दी रिकवर होने के लिए खुद को हाइड्रेट रखना जरूरी होता है, लेकिन सिर्फ पानी पीने की बजाय आपको अपने डेली रूटीन में नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी आदि हेल्दी ड्रिंक्स भी पीनी चाहिए. इसके अलावा सोने से पहले गर्म दूध लेना चाहिए. ये आपके शरीर को ताकत देने के साथ ही रात की नींद बेहतर करेगा, जिससे आपको जल्दी रिकवर होने में मदद मिलेगी, लेकिन अगर पाचन सही न हो या फिर लैक्टोज इंटॉलरेंस (दूध और उससे बनी चीजों से एलर्जी होना) है तो दूध पीना अवॉइड करें.

प्रोटीन के लिए खाएं ये चीजें
एक्सपर्ट कहते हैं कि अपनी डाइट में प्रोटीन इनटेक बढ़ाना चाहिए. इससे मसल्स में ताकत आती है और आपकी एनर्जी भी बूस्ट होगी. इसके लिए आप अपनी डाइट में मूंग, मसूर की दाल, पनीर, दही, नट्स, टोफू, सोया मिल्क, अंडे, बीन्स जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं, लेकिन एक साथ बहुत ज्यादा मात्रा में न खाएं, क्योंकि इस दौरान पचाने में दिक्कत होती है.
डाइट में शामिल करें ये सब्जियां
एक्सपर्ट कृतिका नागपाल का कहना है कि मलेरिया के बाद रिकवर होने के लिए अपनी डाइट में सब्जियों को अच्छी मात्रा में शामिल करना चाहिए, क्योंकि इससे आपके शरीर को कई तरह के न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं और आप जल्दी स्वस्थ होते हैं. लौकी, तोरई, परवल, पालक, टिंडा जैसी सब्जियां खाना सही रहता है, क्योंकि इन्हें पचाना भी बहुत मुश्किल नहीं होता है. इसमें से बात का ध्यान रखना चाहिए कि तेल-मसालों को ज्यादा इस्तेमाल न करें.

ये फल खाना फायदेमंद
अपनी डाइट में पपीता, संतरा, सेब, अमरूद जैसे फलों को जगह दें. इससे आपको विटामिन सी अच्छी मात्रा में मिलेगा जो इम्यूनिटी को इंप्रूव करता है और आप जल्दी रिकवर करते हैं. इन फलों में इसके अलावा भी कई तरह के न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं. इसके अलावा आयरन की कमी पूरी करने के लिए डाइट में गुड़, खजूर और चुकंदर जैसी चीजों को शामिल करना चाहिए.

इन चीजों से करें परहेज
हेल्दी डाइट लेने के साथ ही अनहेल्दी चीजों से बचना भी बेहद जरूरी होता है. कई बार हम बीमारी के दौरान तो परहेज करते हैं, लेकिन इसके बाद पूरी तरह ठीक हुए बिना ही परहेज बंद कर देते हैं, जिससे शरीर में कमजोरी बनी रह सकती है. एक्सपर्ट कृतिका का कहना है कि मिठाइयों को अवॉइड करें साथ ही कैफीन वाली चीजें भी बहुत कम लें और कोल्ड ड्रिंक्स बिल्कुल भी नहीं पीनी चाहिए. बाहर के खाने से दूरी बनाएं, क्योंकि इसमें हाइजीन की कमी हो सकती है. इसके अलावा ज्यादा मसालेदार, भारी तला-भुना खाना खाने से बचना चाहिए.

















