बारिश के मौसम में कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस मौसम में यूरिक एसिड के मरीजों की परेशानी काफी बढ़ जाती है। शरीर में यूरिक एसिड का स्तर ज्यादा होने के कारण व्यक्ति को जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में दिक्कत जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, शरीर में यूरिक एसिड को कंट्रोल करना बहुत जरूरी हो जाता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए ज्यादातर लोग दवाओं का सेवन करते हैं। लेकिन आप चाहें तो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने केलिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी आजमा सकते हैं।
गिलोय (Giloy For Uric Acid) गिलोय एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो यूरिक एसिड लेवल को कम करने में प्रभावी हो सकती है। इसमें एंटी- इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन और दर्द से राहत दिला सकते हैं। अगर आप हाई यूरिक एसिड से परेशान है, तो रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय के जूस या काढ़े का सेवन कर सकते हैं।
त्रिफला (Triphala For Uric Acid) हाई यूरिक एसिड की समस्या से राहत पाने के लिए आप त्रिफला का सेवन कर सकते हैं। इसमें अमीनो एसिड और फ्लेवोनॉइड मौजूद होते हैं, जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच त्रिफला पाउडर का सेवन एक गिलास गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं। इसके नियमित सेवन से जोड़ों के दर्द और सूजन की समस्या से राहत मिल सकती है।
नीम (Neem For Uric Acid)आयुर्वेद में नीम का इस्तेमाल कई बीमारियों का इलाज करने के लिए सदियों से किया जा रहा है। यह यूरिक एसिड की समस्या से राहत दिला सकती है। दरअसल, इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। नीम के पत्तों के रस या लेप का इस्तेमाल करने से यूरिक एसिड की समस्या से राहत मिल सकती है।
हल्दी (Turmeric For Uric Acid)हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। रोजाना रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से आपको यूरिक एसिड की समस्या में आराम मिल सकता है। इसके अलावा, जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए आप हल्दी का लेप भी लगा सकते हैं।
दालचीनी (Cinnamon For Uric Acid) यूरिक एसिड की समस्या से राहत पाने के लिए आप दालचीनी का सेवन कर सकते हैं।