अलवर के मिनी सचिवालय में जयपुर रेंज के आईजी की ओर से जिले के सभी पुलिस अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य जिले की कानून-व्यवस्था की समीक्षा करना, नए आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा करना और भविष्य की रणनीति तय करना रहा। बैठक में जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न थानों और शाखाओं के प्रभारी भी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान आईजी ने नए कानूनों को लेकर विस्तार से जानकारी दी और उनके व्यवहारिक पक्षों पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नए प्रावधानों को जमीनी स्तर पर सही तरीके से लागू किया जाए, ताकि आम जनता को त्वरित और प्रभावी न्याय मिल सके। आईजी ने कहा कि कानून में हुए बदलावों की पूरी समझ होना जरूरी है, जिससे विवेचना, गिरफ्तारी और न्यायालयीन प्रक्रिया में किसी प्रकार की त्रुटि न हो।
आईजी ने बैठक में अलवर जिले की अपराध नियंत्रण की स्थिति को संतोषजनक बताया। उन्होंने कहा कि अलवर पुलिस द्वारा लगातार की जा रही सख्त और योजनाबद्ध कार्रवाई के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। संगठित अपराध, चोरी, लूट और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस निरंतर सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।
बैठक में साइबर अपराध पर विशेष जोर दिया गया। आईजी ने बताया कि डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे आम नागरिकों को आर्थिक और मानसिक नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने अधिकारियों को साइबर अपराध की त्वरित जांच, तकनीकी संसाधनों के बेहतर उपयोग और पीड़ितों को समय पर सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही आमजन को साइबर ठगी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान तेज करने पर भी जोर दिया गया।
आईजी ने स्पष्ट किया कि पुलिस का उद्देश्य केवल अपराधियों पर कार्रवाई करना नहीं, बल्कि समाज में सुरक्षा और विश्वास का माहौल बनाना भी है। इसके लिए पुलिस और जनता के बीच बेहतर संवाद आवश्यक है। बैठक के अंत में उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करें, संवेदनशील मामलों पर विशेष निगरानी रखें और आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।

















