मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी शाह आलम के नेतृत्व में किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान, एक मेमोरेंडम मुख्यमंत्री के नाम मुजफ्फरनगर सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया। चौधरी शाह आलम ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि केंद्र सरकार लंबे समय से किसानों के लिए एसपी कानून बनाने की मांगों को नजरअंदाज कर रही है, और अब यह समय है कि किसानों के हित में एसपी गारंटी कानून लागू किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि किसान कर्ज के भारी बोझ तले दबे हुए हैं और कर्ज के कारण कई किसानों ने आत्महत्या की है। इस समस्या को हल करने के लिए सभी कर्जदार किसानों के कर्ज को माफ किया जाना चाहिए। साथ ही, स्मार्ट मीटरों के कारण बिजली के बिल में भारी वृद्धि हो रही है, जिससे आम जनता को नुकसान हो रहा है। इस मामले में उन्होंने स्मार्ट मीटरों के लगाने के खिलाफ आवाज उठाई और बिजली के निजीकरण के खिलाफ भी अपनी चिंता व्यक्त की।
कृषि क्षेत्र में उपयोग होने वाले बीज, खाद, उर्वरक और अन्य वस्तुओं पर 50% की सब्सिडी देने की मांग भी उन्होंने उठाई। इसके अलावा, कोरी समाज को उनका हक देने की भी बात की और जनपद स्तरीय कुछ और मांगों को लेकर अपनी राय साझा की।यह आंदोलन किसानों की हक की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें किसानों की आर्थिक स्थिति और उनकी ज़िंदगी को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की मांग की जा रही है।

















