महाराष्ट्र के कई जिलों में इनकम टैक्स (IT) विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की संयुक्त कार्रवाई के तहत बड़ी संख्या में छापेमारी की गई है। यह रेड्स राज्य के प्रभावशाली बिल्डर्स, कारोबारियों और कुछ राजनेताओं के करीबी माने जाने वाले लोगों के ठिकानों पर की गई है। इन कार्रवाईयों में बेहिसाब संपत्ति, संदिग्ध लेन-देन और हवाला कारोबार से जुड़े दस्तावेज बरामद होने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, इनकम टैक्स विभाग को जानकारी मिली थी कि कुछ कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके आधार पर ED को भी कार्रवाई में जोड़ा गया।
इन छापों को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि यह कार्रवाई राजनैतिक बदले की भावना से प्रेरित है। विपक्ष का कहना है कि जो नेता या कारोबारी केंद्र सरकार की आलोचना करते हैं, उनके खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, केंद्र सरकार और एजेंसियों का कहना है कि ये कार्रवाई कानून के दायरे में रहकर की जा रही है और किसी भी राजनीतिक प्रभाव से प्रेरित नहीं है। इस पूरे घटनाक्रम पर राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है और कई बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है।