इजराइल ने हूती विद्रोहियों के खिलाफ बड़ा सैन्य एक्शन लेते हुए यमन के तीन प्रमुख बंदरगाहों और एक पावर स्टेशन पर भीषण हवाई हमले किए हैं. इजराइली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने पुष्टि की है कि ये हमले हूथियों द्वारा इजराइल और अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्गों पर लगातार किए जा रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में किए गए.
हवाई हमले यमन के हुदैदाह, रास इसा और सलीफ बंदरगाहों के अलावा रास अल-कतीब पावर स्टेशन को भी निशाना बनाकर किए गए.IDF ने बताया कि ये सभी स्थान ईरान समर्थित हूती गुट द्वारा हथियारों की तस्करी और आतंकी साजिशों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे.
“गैलेक्सी लीडर” नामक जहाज बना अहम निशाना
सबसे अहम निशाना बना “गैलेक्सी लीडर” नामक जहाज, जिसे नवंबर 2023 में हूतियों ने अपहृत किया था. अब इस जहाज का इस्तेमाल समुद्री निगरानी और आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने के लिए किया जा रहा था.
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने कहा कि ये हमले “गंभीर और तीव्र” थे. उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी, “जो भी इजरायल पर हमला करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी होगी. हूतियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.”
जवाबी कार्रवाई किसलिए जरूरी
हमले से पहले IDF ने तीनों बंदरगाहों और पावर स्टेशन के आसपास रहने वाले नागरिकों को सोशल मीडिया के जरिए इलाके खाली करने की चेतावनी दी थी. IDF के अरबी प्रवक्ता कर्नल अविचाय अद्रई ने ट्वीट कर लोगों से कहा कि वे तुरंत इन क्षेत्रों को खाली कर दें.
गौरतलब है कि ईरान के साथ युद्धविराम के बावजूद हूती गुट ने इजराइल पर हमले जारी रखे हैं. इजराइल का कहना है कि ये जवाबी कार्रवाई नागरिकों और वैश्विक समुद्री व्यापार को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है.